मुंबई। महाराष्ट्र के उच्च व तकनीकी शिक्षामंत्री उदय सामंत ने साफ कर दिया है कि इस साल 12वीं पास करने वाले उन छात्रों को प्रवेश परीक्षा यानी सीईटी नहीं देनी होगी, जिन्हें डिग्री कोर्स में प्रवेश लेना है। सीईटी परीक्षा केवल प्रोफेशनल कोर्स के लिए ली जाएगी। कोरोना संकट के कारण इस साल महाराष्ट्र बोर्ड की 12वीं की परीक्षा वहीं ली गई थी। इंटरनल मार्क के आधार पर मंगलवार को रिजल्ट घोषित किए गए तो 99 फीसदी से ज्यादा छात्र पास हो गए।
भारी भरकम परीक्षा परिणाम को देखकर उम्मीद की जा रही थी कि डिग्री पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए भी सामान्य प्रवेश परीक्षा (सीईटी) आयोजित होगी, लेकिन राज्य के उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने स्पष्ट किया कि डिग्री पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए सीईटी आयोजित नहीं होगी। उन्होंने कहा कि 12वीं की मेरिट लिस्ट के आधार पर गुरुवार से आर्ट्स, साइंस, कॉमर्स के पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया शुरु होगी। वे पुणे में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। सामंत ने कहा कि कुलपति के साथ हुई बैठक में हमने यह फैसला किया है कि 12वीं बोर्ड के परिणाम के आधार पर आर्ट्स, साइंस, कॉमर्स और पारंपरिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया शुरु होगी। छात्रों की संख्या के आधार पर कक्षाओं की संख्या की जरूरत होगी तो हमें 31 अगस्त से पहले प्रस्ताव पेश करना होगा। उन्होंने कहा कि एक भी छात्र प्रवेश से वंचित नहीं रहे, इसका ध्यान विश्वविद्यालयों को रखने के निर्देश दिए गए हैं।
सामंत ने कहा कि इस साल 13 लाख 962 छात्र पास हुए हैं। पिछले साल की तुलना में 33 हजार छात्र अधिक है। प्रोफेशनल कोर्स के लिए 26 अगस्त से सीईटी की प्रक्रिया शुरु होगी। पिछले साल जिन पाठ्यक्रमों के लिए सीईटी नहीं हुई थी, इस साल भी उनके लिए सीईटी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि सीईटी परीक्षा ऑनलाइन होती है, लेकिन इसे सेंटर पर जाकर देना होता है। यह परीक्षा घर से नहीं दी जा सकती, ऐसे में हम सीईटी के सेंटर बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं। मंत्री ने कहा कि कोरोना की वजह से जिन छात्रों के अभिभावकों की मृत्यु हो गई है, उनकी पढ़ाई का सारा खर्च विश्वविद्यालय करेगा।
इन पाठ्यक्रमों के लिए होगी सीईटी
एमबीए, एमसीए, आर्किटेक्चर, बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट, मास्टर ऑफ होटल मैनेजमेंट, बीएड,एलएलबी, इंजीनियरिंग के लिए सीईटी दो सत्र में आयोजित होगी