मुंबई। आस्था का महापर्व छठ पूजा वैसे तो यह त्योहार मुख्य तौर पर बिहार झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है लेकिन, आजकल बहुत से लोग इस व्रत को करने लगे हैं। बिहारी एकता मंच चेंबूर की ओऱ से छठ पूजा महोत्सव का आयोजन चरई तालाब यहां आयोजित किया गया है। इस दौरान वैक्सीनेशन कैंप का भी आयोजन किया गया है। यह जानकारी बिहारी एकता मंच के अध्यक्ष कौशल कुमार मिश्र ने दी है। पहिले पहिल हम कईनी,छठी मईया व्रत तोहार…इस तरह के मशहूर छठी मैया के गीत गाए जाते हैं।
बिहारी एकता मंच के अध्यक्ष कौशल कुमार मिश्र ने बताया की चेंबूर के चरई तालाब पर 10 और 11 नवंबर को छठ पूजा मनाने की अनुमति मिल गई है। छठ पूजा का प्रारंभ चतुर्थी तिथि को नहाय खाय से होता है, फिर पंचमी को लोहंडा और खरना होता है। उसके बाद षष्टी तिथि को छठ पूजा होती है, जिसमें सूर्य देव को शाम का अर्घ्य अर्पित किया जाता है। इसके बाद अगले दिन सप्तमी को सूर्योदय के समय उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देते हैं और फिर पारण करके व्रत पूरा किया जाता है। तिथि के अनुसार, छठ पूजा 4 दिनों की होती है। आस्था के इस महोत्सव में छठी मईया के व्रतियों को लगातार 36 घंटे का व्रत रखना पड़ता है। मिश्रा ने छठ व्रतियों से अग्रह किया है कि पुजा में आने वाले सभी सरकारी नियमों का पालन करें।
8 नवंबर 2021- (नहाय-खाय 2021)
9 नवंबर 2021- (खरना 2021)
10 नवंबर 2021- (डूबते सूर्य को अर्घ्य)
11 नवंबर 2021- (उगते सूर्य को अर्घ्य)
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