CM उद्धव ठाकरे ने दिए संकेत,तीसरी लहर के खतरे से बढ़ सकता है लॉकडाउन!

CM उद्धव ठाकरे ने दिए संकेत,तीसरी लहर के खतरे से बढ़ सकता है लॉकडाउन!
मुंबई। तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए राज्य में लॉकडाउन 31 मई के बाद भी बढ़ सकता है। यह महाराष्ट्र में ऑक्सीजन की उपलब्धता पर निर्भर होगा। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस तरह के संकेत दिए हैं। शुक्रवार को तूफानग्रस्त सिंधुदुर्ग के दौरे पर गए सीएम ने वहां पत्रकारों स बातचीत में कहा कि अभी कोरोना मरीजों के लिए राज्य में पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं है। इसका उत्पादन बढ़ाने की कोशिश जारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की स्थिति के आकलन के बाद मौजूदा मिनी लॉकडाउन में ढील देने के बारे में निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले महीने की तुलना में कोरोना के मरीजों की संख्या कम नजर आ रही है। लेकिन ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले मरीजों की संख्या कम नहीं हो रही है। कोरोना की दूसरी लहर में पहले 80 हजार मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही थी। अब 65 से 70 से हजार मरीजों को ऑक्सीजन लगाना पड़ रहा है। इसलिए हर रोज 3 हजार मीट्रिक टन ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। राज्य में ऑक्सीजन उत्पादन के लिए नए प्लांट भी लगाए जा रहे हैं।
 मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के 70 से 75 प्रतिशत मरीजों में लक्षण नजर नहीं आते हैं। इसके बावजूद अस्पतालों में बिस्तर कम पड़ रहे हैं। यदि कोरोना के लक्षण वाले मरीजों की संख्या बढ़ी तो क्या स्थिति होगी इस पर सभी लोगों को विचार करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस को अभी तक कोई समझ नहीं पाया है। कोरोना की दूसरी लहर अनुमान के मुकाबले कई गुना बड़ी थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना का टीका लगवाने के बाद भी मास्क लगाना अनिवार्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक ली थी। इसमें राज्य के कई जिलों में कोरोना के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी बताई गई है। इसलिए यह पता लगाना आवश्यक है कि कोरोना के नए मरीजों की संख्या क्यों बढ़ रही है। नए म्यूटेंट का फैलाव भी रोकना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यभर में कोरोना से निपटने के लिए मुंबई मॉडल के तहत काम करने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन राज्य के ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत करने की जरूरत है।
खरीदना है टीका, पर मिल नहीं रहा
उद्धव ठाकरे ने कहा कि जून महीने से कोरोना के टीके ज्यादा मात्रा में मिलने की उम्मीद है। इसके बाद टीकाकरण में तेजी आ सकेगी। सीएम ने कहा कि राज्य में 18 से 44 साल के नागरिकों के टीकाकरण के लिए 12 करोड़ टीका खरीदने के लिए सरकार तैयार है लेकिन फिलहाल टीके उपलब्ध नहीं हैं।
10वीं-12वीं परीक्षा के बारे में फैसला दो दिनों में
राज्य में कक्षा 10 वीं और 12 वीं की परीक्षा के आयोजन के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में चर्चा हुई है। राज्य की स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड से चर्चा के बाद अगले दो दिनों में परीक्षा पर फैसला ले लिया जाएगा। बाम्बे हाईकोर्ट ने राज्य बोर्ड की कक्षा 10 वीं की परीक्षा रद्द करने को लेकर सरकार को फटकार लगाई है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में दो पहलू हैं। कोरोना की तीसरी संभावित लहर में बच्चों को खतरा अधिक है।
Exit mobile version