मुंबई। भाजपा के बाद अब कांग्रेस ने भी छत्रपति संभाजी राजे पर पत्रकार गिरीश कुबेर द्वारा लिखी गई किताब पर पाबंदी लगाने की मांग की है। मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि संभाजी महाराज के बारे में लिखी गई पत्रकार गिरीश कुबेर की पुस्तक ‘रेनेसेंस स्टेट: द अनराइटेड स्टोरी ऑफ द मेकिंग ऑफ महाराष्ट्र’ पर पाबंदी लगाई जानी चाहिए। इस पुस्तक में संभाजी राजे और मातोश्री सोयराबाई रानीसाहेब के बारे में बहुत ही आपत्तिजनक लेखन है, किताब महाराष्ट्र की छवि खराब करने वाली है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पटोले ने मांग की है कि राज्य सरकार को तुरंत इस किताब पर प्रतिबंध लगाना चाहिए और गिरीश कुबेर को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। इस संबंध में बोलते हुए पटोले ने कहा कि छत्रपति संभाजी महाराज को बदनाम करने का काम अभी भी कुछ कहानियों, उपन्यासों और किताबों के जरिए किया जा रहा है।
आज एक बार फिर छत्रपति संभाजी राजे के खिलाफ ऐसी ही मानहानि की गई है, इससे मराठी जनता की भावनाओं को ठेस पहुंची है। सरकार को ध्यान देना चाहिए कि महाराष्ट्र के देवता का अपमान कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और कुबेर की पुस्तक को महाराष्ट्र और पूरे देश में स्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दिया जाना चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा कि इसी किताब में कुबेर ने छत्रपति शिवाजी महाराज की तुलना बाजीराव पेशवा से की है। कुबेर इससे वास्तव में क्या हासिल करना चाहते हैं? यदि लेखक की मंशा पुस्तक में विवादास्पद, मानहानिकारक पाठ छापकर पुस्तक की बिक्री बढ़ाने की है, तो यह बहुत गंभीर है। इससे पहले भी महाराष्ट्र के पूज्य देवी-देवताओं के बारे में इसी तरह के आपत्तिजनक और मानहानिकारक लेख लिखे गए थे। इस तरह के लेखन से दो समाज के बीच दरार पैदा होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसके पहले यह मामला भाजपा विधायक अतुल भातखलकर सामने लाये थे। उन्होंने इस किताब पर पाबंदी लगानी की मांग की थी।