मुंबई। मुंबई विश्वविद्यालय के कालिना परिसर में बनने वाले हिंदी भवन का कार्य वर्षों से भूमिपूजन से आगे नहीं बढ़ सका। पिछली भाजपा सरकार के दौरान इसको लेकर सिर्फ आश्वासन मिलते रहे। अब राज्य में शिवसेना-राकांपा व कांग्रेस सरकार में एक बार फिर हिंदी भवन का निर्माण कार्य पूरा करने की मांग उठी है। शुक्रवार को हिंदीभाषी नेता व राज्य के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह ने राज्य के सांस्कृतिक मंत्री अमित देशमुख से मुलाकात कर हिंदी भवन का कार्य शुरु करने की मांग की। मंत्रालय में हुई मुलाकात के दौरान मंत्री देशमुख ने अपने अधिकारियों को हिंदी भवन से संबंधित रिपोर्ट मंगाने का निर्देश दिया। इस दौरान श्री सिंह ने महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के गठन को लेकर भी चर्चा की। इस पर सांस्कृतिक मंत्री देशमुख ने जल्द से जल्द हिंदी साहित्य अकादमी गठित करने का आश्वासन दिया।
वर्ष 2009 में मंत्री नसीम खान और कालिना के स्थानीय विधायक कृपाशंकर सिंह के प्रयासों से मुंबई विश्वविद्यालय के कालिना परिसर में तत्कालिन उद्योग मंत्री नारायण राणे के हाथों डा राममनोहर त्रिपाठी हिंदी भवन की आधारशिला रखी गई थी। इसके लिए जिला नियोजन समिति (डीपीडीसी) के माध्यम से इसके लिए 2 करोड़ रुपए भी दिए गए थे लेकिन विधानसभा चुनाव के बाद सरकार बदली और हिंदी भवन का निर्माण कार्य ठप पड़ गया।
विनोद तावडे ने भी दिया था आश्वासन
भाजपा सरकार के दौरान 15 मार्च 2017 को मुंबई हिंदी पत्रकार संघ के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान राज्य के तत्कालिन सांस्कृतिक मंत्री विनोद तावडे ने भरोसा दिलाया था कि मुंबई विश्वविद्यालय परिसर में हिंदी भाषा भवन जरूर बनेगा। बाद में इसको लेकर विधानभवन में पूर्व मंत्री आरिफ नसीम खान की पहल पर एक बैठक भी बुलाई गई थी। जिसमें मंत्री तावडे, मुंबई विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से तत्कालिन वाइस चांसलर डॉ. संजय देशमुख और हिंदी भाषी समाज की समाज की और से नसीम खान के नेतृत्व में एक शिष्ट मंडल ने भाग लिया था। तावडे ने वाइस चांसलर को आदेश दिया था कि वे एक महीने के अंदर पूरा खाका बनाकर प्रजेंटेशन दें। पर उनके आदेश पर अमल नहीं हो सका।
आरएन सिंह ने विधान परिषद में उठाया था मामला
इसके बाद 1 अप्रैल 2017 भाजपा विधायक आर.एन. सिंह ने विधान परिषद में विशेष उल्लेख के तहत यह मुद्दा उठाते हुए कहा था कि हिंदी साहित्य संग्रहालय व हिंदी भाषा के उत्थान के लिए सरकार ने डॉ.राममनोहर त्रिपाठी हिंदी भाषा भवन के निर्माण की घोषणा की गई थी। इसके लिए विश्वविद्यालय परिसर में जमीन भी आवंटित की गई है। निर्माण कार्य के लिए भूमि पूजन भी कर दिया गया। हिंदी भाषा भवन के लिए जिलाधिकारी के माध्यम से दो करोड़ रुपये की निधि मंजूर हुई है और यह निधि मुंबई विश्वविद्यालय के खाते में जमा भी करा दी गई है, लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी हिंदी भाषा भवन का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है। सिंह ने सरकार से तुरंत उचित दिशा-निर्देश जारी करने की मांग की थी।
मुंबई विश्वविद्यालय में हिंदी भवन बनाने की मांग,सांस्कृतिक मंत्री अमित देशमुख से मिले कृपाशंकर सिंह
भूमिपूजन से आगे नहीं बढ़ सका काम