मुंबई। विधानसभा अध्यक्ष के चेंबर में गाली-गलौज हुई यह सत्य है, पर यह किसने किया। इसका खुलासा करने के लिए तालिका अध्यक्ष भास्कर जाधव का नार्को टेस्ट करने की जरूरत है। इस तरह की मांग मैं राज्यपाल से करूंगा। इस तरह की बातें भाजपा नेता व विधायक अतुल भातखलकर ने कही हैं। गाली-गलौज करने का इतिहास किसका है। यह महाराष्ट्र को पता है। इस तरह का का तंज अतुल भातखलकर ने कसा है।
सोमवार से शुरू हुए विधानसभा के दो दिवसीय सत्र का पहला दिन शानदार रहा। ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर भाजपा के 12 विधायकों को एक साल के लिए निलंबित कर दिया गया। भाजपा विधायकों ने शिकायत की कि उन्हें ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर बोलने नहीं दिया गया। बाद में भाजपा विधायक देवेंद्र फडणवीस के साथ चर्चा के लिए अध्यक्ष के कक्ष में गए थे। शिवसेना के विधायक भी वहां पहुंचे। वहां वाद-विवाद हुआ,लेकिन बीजेपी विधायकों पर वेवजह गाली-गलौज का आरोप लगाकर भाजपा के 12 विधायकों को निलंबित कर दिया गया। निलंबन के बाद विधायक अतुल भातखलकर ने कहा कि विधानसभा में हुई घटना के लिए विधायकों को निलंबित किया जा सकता है. पर विधिमंडल सभागृह के बाहर हुई घटना के लिए जिम्मेदार ठहराकर इस तरह से निलंबन कैसे किया जा सकता है? अगर ऐसा है तो जेल गए छगन भुजबल के खिलाफ भी कार्रवाई करनी होगी।
भास्कर जाधव का नाम काले डांबर से लिखा जाएगा
भाजपा विधायक अतुल भातखलकर ने कहा कि मैं तो वेल तक गया भी नहीं था, मेरा निलंबन क्यों किया गया। इसलिए किया गया क्योंकि मैं शिवसेना पर, सरकार पर और उद्धव ठाकरे पर निरंतर हमला करता हूं और उनकी करतूतों को उजागर किया करता हूं। भास्कर जाधव ने यह काम मंत्री पद हासिल करने के लिए किया है। एक साल का निलंबन है अब आप क्या करेंगे तो जवाब में अतुल भातखलकर ने कहा कि ओबीसी आरक्षण के लिए 106 विधायकों को भी निलंबित किया गया तब भी हमारी लड़ाई जारी रहेगी, हमारा अकेला नेता देवेंद्र काफी है। पिछली बार अकेले देवेंद्र फडणवीस ने दो-दो विकेट इनके लिए थे, इसलिए MVA सरकार घबराई हुई हैं। देवेंद्र फडणवीस अकेले ही इनके लिए काफी हैं।