भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ ईडन गार्डन्स में खेले गए पहले टेस्ट मैच को 30 रन से गंवा दिया। हेड कोच गौतम गंभीर का मानना है कि अगर लंबे समय तक टिकने और बल्लेबाजी करने का जज्बा होता, तो खिलाड़ी यहां रन बना सकते थे, लेकिन आक्रामक क्रिकेट खेलने की कोशिश में यह मुश्किल हो जाता है। गंभीर ने ईडन गार्डन्स के क्यूरेटर की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें बिल्कुल वही मिला जिसकी उम्मीद थी, लेकिन कोच ने यह स्वीकारा है कि उनके बल्लेबाज मुकाबले के तीसरे दिन पूरी तरह से लय में नहीं रहे।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में गंभीर ने कहा, “यह बिल्कुल वैसी ही पिच थी जैसी हमें चाहिए थी। मुझे लगता है कि क्यूरेटर ने बहुत मदद की। यही हमें चाहिए था और यही हमें मिला। इस विकेट में कोई कमी नहीं थी। यह खेलने लायक नहीं थी। टेंबा बावुमा ने रन बनाए। अक्षर पटेल और वाशिंगटन सुंदर ने भी रन बनाए। हर समय पिच के बारे में बात करने का कोई फायदा नहीं है। ज्यादातर विकेट तेज गेंदबाजों के खाते में गए।”
कोच ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि यह कोई मुश्किल विकेट था। यह एक ऐसी पिच थी, जहां आपकी तकनीक की परीक्षा होती, आपकी मानसिक दृढ़ता को चुनौती मिलती। अगर आप में लंबे समय तक टिके रहने और बल्लेबाजी करने का जज्बा होता, तो आप रन बना सकते थे। लेकिन अगर आप आक्रामक क्रिकेट खेलने की कोशिश करते, तो यह मुश्किल हो जाता।”
उन्होंने आगे कहा, “आपको टर्न खेलने में सक्षम होना चाहिए। यही हमने मांगा था और यही हमें मिला। मुझे लगता है कि क्यूरेटर काफी सहयोगी रहे। मुझे अब भी लगता है कि विकेट चाहे कैसा भी हो, 124 रन का लक्ष्य हासिल किया जा सकता था। मुझे लगता है कि अगर आप पूरी हिम्मत से खेलते हैं, अगर आपका डिफेंस मजबूत है, अगर आपमें धैर्य है, तो आप इस विकेट पर जरूर रन बना सकते हैं।”
भले ही गौतम गंभीर ने पिच का सपोर्ट किया है, लेकिन इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर का मानना है कि यह पिचें भारत की रणनीति पर भारी पड़ रही हैं।
मोंटी पनेसर ने कहा, “साउथ अफ्रीका को जीत की बधाई। टर्निंग पिचें बनाने की रणनीति भारत पर उल्टी पड़ रही है। मुझे लगता है कि भारत को सपाट विकेट बनाने की जरूरत है। टेस्ट मैच तीसरे, चौथे दिन तक चलने चाहिए। मुझे नहीं लगता कि टर्निंग पिचें भारतीय टीम के लिए आगे बढ़ने का रास्ता हैं। इसलिए भारत को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने की जरूरत है। हर कोई यही सोचेगा कि टर्निंग पिचों पर भारत को हराना आसान है। विदेशी टीमें यहां स्पिनर्स लेकर आएंगी। उन्हें पता है कि यहां टर्निंग पिचें मिलेंगी। अब उन्हें भारत को हराने का डर नहीं होगा।”
कोलकाता में खेले गए इस मुकाबले में साउथ अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 159 रन बनाए। इसके जवाब में भारत ने 189 रन बनाकर 30 रन की बढ़त हासिल की। साउथ अफ्रीका ने दूसरी पारी में 153 रन बनाकर भारत को जीत के लिए 124 रन का टारगेट दिया, लेकिन टीम इंडिया 93 रन से ज्यादा नहीं बना सकी।
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