उत्तर गोवा के अर्पोरा स्थित लोकप्रिय नाइटक्लब Birch by Romeo Lane में शनिवार (6 दिसंबर)देर रात हुए भीषण अग्निकांड में 25 लोगों की मौत हो गई। यह हादसा संदिग्ध सिलेंडर ब्लास्ट के बाद लगी आग के कारण हुआ। पुलिस के अनुसार मृतकों में चार पर्यटक, 14 स्टाफ सदस्य शामिल हैं, जबकि सात लोगों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। छह लोग घायल हैं और उनका इलाज जारी है।
घटना बागा समुद्र तट के पास स्थित क्लब में आधी रात के बाद हुई, जो राजधानी पणजी से लगभग 25 किमी दूर है। पुलिस ने इस मामले में सदोष मानववध (culpable homicide) का मामला दर्ज कर लिया है। क्लब के मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि मालिकों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है।
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने जानकारी देते हुए कहा, “एक गिरफ्तारी वारंट क्लब मालिकों के खिलाफ जारी किया गया है। मैनेजर्स और अन्य लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। जो भी दोषी पाया जाएगा उसे जेल भेजा जाएगा।” उन्होंने बताया कि उन्होंने घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं।
पुलिस का कहना है कि आग का कारण अभी स्पष्ट नहीं है, हालांकि शुरुआती जांच में सिलेंडर विस्फोट की आशंका जताई जा रही है। लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आग क्लब की पहली मंजिल पर लगी, जहां उस समय कई पर्यटक डांस कर रहे थे। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में क्लब के भीतर आग तेजी से फैलती दिख रही है।
मुख्यमंत्री सावंत ने घटनास्थल का दौरा करते हुए बताया कि, “ज़्यादातर पीड़ित किचन स्टाफ थे, जिनमें तीन महिलाएँ शामिल हैं। तीन से चार पर्यटक भी मारे गए हैं।” उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि प्राथमिक जांच में क्लब द्वारा फायर सेफ्टी नियमों का पालन न करने की बात सामने आई है। उन्होंने कहा, “सुरक्षा मानकों का उल्लंघन कर क्लब को संचालन की अनुमति देने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी।”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, “उत्तर गोवा जिले की इस दुखद आग की घटना में कई लोगों की मौत अत्यंत पीड़ादायक है। शोकाकुल परिवारों के प्रति मेरी संवेदना। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी X पर पोस्ट करते हुए कहा, “अर्पोरा, गोवा की यह दुर्घटना बेहद दुखद है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।” उन्होंने यह भी बताया कि पीड़ितों के परिजनों को PMNRF से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की सहायता दी जाएगी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस दुर्घटना को सुरक्षा और शासन की आपराधिक विफलता बताते हुए निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की मांग की। उनका कहना था कि ऐसी घटनाएँ केवल हादसे नहीं, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम होती हैं।
भाजपा विधायक माइकल लोबो ने कहा कि अधिकतर पीड़ित रेस्तरां के बेसमेंट में काम करने वाले स्थानीय कर्मचारी थे। उन्होंने कहा, “गोवा में सभी क्लबों का सुरक्षा ऑडिट बेहद जरूरी है। यह राज्य पर्यटकों के लिए हमेशा सुरक्षित माना गया है, लेकिन यह घटना बेहद चिंताजनक है। अधिकांश लोगों की मौत दम घुटने से हुई, क्योंकि वे बेसमेंट की ओर भागे।” इस हादसे ने गोवा के क्लबों में सुरक्षा मानकों और सरकारी निगरानी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जांच जारी है और प्रशासन पर दबाव है कि वह जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करे।
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