हाय-हाय रे मजबूरी! सरकार बचाने सफाई पर उतरी शिवसेना-एनसीपी

हाय-हाय रे मजबूरी! सरकार बचाने सफाई पर उतरी शिवसेना-एनसीपी

file photo

मुंबई। एनसीपी अध्यक्ष शऱद पवार और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बीच हुई मुलाकात के बाद अब दोनों दलों के नेता जिस तरह सफाई दे रहे हैं उससे पता चलता है कि महाराष्ट्र की तीन दलों वाली अनैतिक सरकार किस मजबूरी में चलाई जा रही है। बुधवार को एनसीपी प्रमुख पवार ने मुख्यमंत्री ठाकरे से मुलाकात कर कई विषयों पर चर्चा की थी। मीडिया मे आई खबरों के मुताबिक इस दौरान सीएम ने राकांपा के मंत्रियों के व्यवहार को लेकर पवार से शिकायत की। मुख्यमंत्री का कहना था कि मंत्रिमंडल की बैठकों में एनसीपी के मंत्री सही व्यवहार नहीं करते। ऊंची आवाज में बात करते हैं। यह सरकार बचाए रखनी जिम्मेदारी अकेले हमारी नहीं है। यह खबरें शिवसेना खेमे से मीडिया को लीक की गई पर गुरुवार को इसे अफवाह बताते हुए इसका सारा ठिकरा शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने मीडिया के सिर फोड़ दिया।

संजय राऊत ने कहा कि एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सरकार चलाने और राकांपा के मंत्रियों को लेकर कोई नाराजगी व्यक्त नहीं की थी। राऊत ने कहा कि पवार का दिल से महाविकास आघाड़ी सरकार को पूरा आशीर्वाद है। सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। पत्रकारों से बातचीत में राऊत ने उन खबरों को सिरे से खारिज कर दिया है जिसमें दावा किया गया था कि मुख्यमंत्री ने पवार से कहा है कि महाविकास आघाड़ी सरकार को टिकाए रखना अकेले शिवसेना की जिम्मेदारी नहीं है। मुख्यमंत्री ने एनसीपी के मंत्रियों के बर्ताव को लेकर भी शिकायत नहीं की है। इस सवाल पर राऊत ने मीडिया से पूछा कि मुख्यमंत्री की नाराजगी की बात आपको किसने कही। राऊत ने नसीहत देते हुए कहा कि अफवाहों पर विश्वास करते हुए पत्रकारिता करना अपराध है। राऊत ने कहा कि पवार ने मुख्यमंत्री से मराठा आरक्षण, पदोन्नति में आरक्षण, कोरोना महामारी और टीकाकरण समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई है। राऊत ने कहा कि हर बैठक में राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा करना जरूरी नहीं है।

सीएम पर सवाल नहीं खड़े कर रहे एनसीपी के मंत्रीः मलिक
सरकार किसी भी तरह खतरे में न पड़े इसलिए एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक भी मैदान में उतर आए और सफाई दी कि एनसीपी के मंत्रियों और नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री के कामकाज की पद्धति पर सवाल खड़े करने के बारे में जो माहौल बनाया जा रहा है वह अफवाह है। एनसीपी के किसी मंत्री ने मुख्यमंत्री के कार्यपद्धति पर कोई सवाल नहीं खड़े किए हैं। सरकार एकजुट होकर काम कर रही है।

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