इस आग में अब तक 19 मजदूरों को बचा लिया गया है| इनमें से जहां 4 मजदूरों की हालत गंभीर है, वहीं इनमें से दो महिला कर्मियों की मौत हो चुकी है| मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि मृतकों के वारिसों को 5-5 लाख रुपये दिए जाएंगे और घायलों का इलाज किया जाएगा|
इस प्लांट के 19 कर्मचारियों को इलाज के लिए नासिक के सुयश अस्पताल में भर्ती कराया गया, दो महिला कर्मियों की मौत हो गई है| इस आग का लाल रूप इतना भयंकर था कि इगतपुरी तालुका के विभिन्न हिस्सों में आग की लपटें आसमान में देखी जा सकती थीं, और अब भी दिखाई देती हैं।
इस बीच, प्रारंभिक अनुमान है कि इस घटना में बड़ी संख्या में लोगों की जान गई है। साथ ही तीन बजे के बाद यहां के डीजल टैंक में फिर से आग लगने से हड़कंप मच गया। इस घटना में कई मजदूर जख्मी हुए और कई मजदूरों की जलने और दम घुटने से मौत हो गई, लेकिन प्रशासन ने अभी तक 2 महिलाओं की मौत और 17 लोगों के घायल होने की जानकारी दी है|
इस बीच, आग पर काबू पाने के लिए इगतपुरी, निफाड़, पिंपलगांव बसवंत आदि सहित नासिक जिले के विभिन्न हिस्सों से दमकल की 20 से अधिक गाड़ियां सुबह से ही मौके पर पहुंच चुकी हैं और आग पर काबू पाने का प्रयास जारी है| साथ ही 25 एंबुलेंस भी मौके पर बचाव कार्य कर रही हैं। वहीं, मजदूरों को निकालने के लिए एनडीआरएफ को बुलाया गया और हेलीकॉप्टर के जरिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया|
जिंदल कंपनी: सैकड़ों फीट ऊंची लपटें, आसमान में धुआं और जमीन पर मजदूरों की चीखें !