कोंकण समुद्र तटों पर चरस: 219 किलोग्राम वजन के 185 पैकेट बरामद, दो गिरफ्तार!

पिछले महीने से कोंकण तट पर नशीले पदार्थों की आवाजाही शुरू हो गई है|इसके दुष्परिणाम अब दिखने शुरू हो गए हैं| मुरुड में एक युवती को चरस पीते हुए पुलिस ने गिरफ्तार किया है|अदालत ने दोनों को पुलिस हिरासत में भेज दिया है। लेकिन ये घटना आगे खतरे का संकेत है|

कोंकण समुद्र तटों पर चरस: 219 किलोग्राम वजन के 185 पैकेट बरामद, दो गिरफ्तार!

185 packets of hashish weighing 219 kg recovered, a young man and a girl arrested!

पिछले महीने से कोंकण तट पर नशीले पदार्थों की आवाजाही शुरू हो गई है|इसके दुष्परिणाम अब दिखने शुरू हो गए हैं| मुरुड में एक युवती को चरस पीते हुए पुलिस ने गिरफ्तार किया है|अदालत ने दोनों को पुलिस हिरासत में भेज दिया है। लेकिन ये घटना आगे खतरे का संकेत है|इसलिए जरूरी है कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए और ऐसी घटनाओं से बचने के लिए एहतियाती कदम उठाए जाएं|

रायगढ़ जिले में, पिछले महीने के दौरान 219 किलोग्राम वजन वाले चरस के 185 पैकेट जिले के विभिन्न समुद्र तटों पर पाए गए थे। जिसकी बाजार कीमत साढ़े आठ करोड़ से अधिक है। हालांकि इस मामले में श्रीवर्धन और अलीबाग थाने में केस दर्ज किया गया है, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह पैकेट कहां से और कैसे आया और इसे किसने गिराया। इन घटनाओं का दुष्परिणाम अब दिखने लगा है|

मुरुड में चरस का सेवन करने के आरोप में पुलिस ने एक युवक और एक युवती को गिरफ्तार किया है| उनके खिलाफ एनडीपीएस यानी एंटी-नारकोटिक्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है,जब दोनों को अलीबाग की विशेष सत्र अदालत में पेश किया गया तो कोर्ट ने दोनों को पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया है| इस अपराध की आगे की जांच पुलिस इंस्पेक्टर निशा जाधव के नेतृत्व में चल रही है|

मुरुड शहर में रात में गश्त के दौरान पुलिस को शहर के जूनी पेठ के एक कैफे में युवतियों द्वारा नशीली दवाओं का सेवन करने की सूचना मिली। इसकी जानकारी पुलिस को मिलते ही पुलिस उपनिरीक्षक अविनाश धाकरे, पुलिस नायक सुरेश वाघमारे, परेश म्हात्रे, पुलिस कांस्टेबल प्रशांत लोहार मौके पर पहुंचे| उन्होंने दोनों को हिरासत में लिया और उनके पास से चरस जब्त कर ली।
लेकिन मुरुड की ये घटना और खतरे का संकेत है| इस घटना को गंभीरता से लेने की जरूरत है| पिछले कुछ दिनों से समुद्र तटों पर चरस के पैकेट तैर रहे थे| पुलिस को जितने बटुए मिले, उन्हें जब्त भी कर लिया गया। लेकिन बचे हुए बटुए का इस्तेमाल नशेड़ियों के लिए किया जा रहा है| यह सिद्ध हो चुका है कि युवा पीढ़ी जिज्ञासा के कारण नशे की आदी होने लगी है। इसलिए, ऐसे लोगों से बचने के लिए निवारक उपायों पर जोर देना आवश्यक है। इसके लिए पुलिस को पहल कर जन जागरूकता पैदा करना जरूरी है।
पाकिस्तान प्रीमियम क्वालिटी चावल के लेबल वाले और मादक पदार्थ चरस वाले पैकेट तट पर कैसे पहुंचे, यह अभी तक पता नहीं चल पाया है। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि ये नशीले पदार्थ पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान से आये थे| इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि ये बटुए सुरक्षा एजेंसियों के डर से या जानबूझकर मुंबई के पास समुद्र में फेंके गए हों| इसके पीछे का मकसद मुंबई के आसपास की युवा पीढ़ी को नशे की लत लगाना हो सकता है। इसलिए इसे नजरअंदाज करना युवा पीढ़ी के लिए खतरनाक हो सकता है।
नशीली दवाओं का उपयोग स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, लेकिन नशीली दवाओं का सेवन एक अपराध है। इसलिए युवा पीढ़ी को इस बात का ध्यान रखना चाहिए। यदि मुरुड क्षेत्र में युवा नशीली दवाओं का सेवन कर रहे हैं, तो नागरिकों को तुरंत पुलिस से संपर्क करना चाहिए। कार्रवाई की जायेगी| -निशा जाधव, पुलिस निरीक्षक, मुरुड
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