मुंबई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच हाल ही में दिल्ली में हुई मुलाकात के बाद शिवसेना नेता संजय राउत के सुर बदल गए हैं। गुरुवार को उहोंने कहा कि मोदी देश और भाजपा के शीर्ष नेता हैं। राउत से पूछा गया था कि मीडिया में खबरें आई हैं कि आरएसएस राज्यों के चुनावों में राज्य के नेताओं को चेहरे के रूप में पेश करने पर विचार कर रहा है। ऐसे में क्या उन्हें लगता है कि मोदी की लोकप्रियता कम हुई है। इस सवाल पर राऊत ने कहा कि मैं इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता। मैंने मीडिया में आईं खबरें नहीं देखी है। इस बारे में कोई आधिकारिक बयान भी नहीं आया है। पिछले सात साल में भाजपा की सफलता का श्रेय मोदी को जाता है। वह अभी देश और अपनी पार्टी के शीर्ष नेता हैं।
शिवसेना के राज्य सभा सदस्य राउत फिलहाल उत्तर महाराष्ट्र के दौरे पर हैं। उन्होंने जलगांव में पत्रकारों से यह बात कही। उन्होंने कहा कि शिवसेना का हमेशा से मानना रहा है कि प्रधानमंत्री पूरे देश के होते हैं, किसी एक पार्टी के नहीं। राऊत ने कहा-लिहाजा, प्रधानमंत्री को चुनाव अभियान में शामिल नहीं होना चाहिये। क्योंकि इससे आधिकारिक मशीनरी पर दबाव पड़ता है। हाल ही में महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा था कि अगर मोदी चाहें तो उनकी पार्टी बाघ से दोस्ती कर सकती है। इस पर राऊत ने कहा, ”बाघ के साथ कोई दोस्ती नहीं कर सकता। बाघ ही तय करता है कि उसे किसके साथ दोस्ती करनी है।” उत्तर महाराष्ट्र के दौरे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह संगठन को मजबूत करने के शिवसेना के प्रयासों का हिस्सा है। राउत ने कहा, ”महा विकास आघाड़ी में शामिल सभी दलों को अपना आधार बढ़ाने और पार्टियों को मजबूत करने का अधिकार है। यह वक्त की जरूरत भी है। हम एक-दूसरे के साथ समन्वय को मजबूत करने के लिये बैठकें भी कर रहे हैं। ”