मुंबई। महाराष्ट्र में एक बार फिर कोरोना के केस में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। सात जिले फ़िलहाल राज्य सरकार के लिए मुश्कुलें खड़ा किये हुए हैं जिनमें मुंबई ,पुणे और सांगली सहित आदि शामिल हैं। विशेषज्ञों की चिंता इस लिए भी बढ़ गई है क्योंकि कुछ समय बाद गणेश चतुर्थी पर्व भी शुरू हो जाएगा। बता दें कि पिछले दिनों से कोरोना के केसों में गिरावट के बजाय बढ़ोत्तरी जा रही है। सरकार को डर है कि कहीं यह कोरोना की तीसरी लहर तो नहीं है। वही नए संक्रमणों मामूली बढ़त है। सरकार ने रविवार को इस संबंध में बैठक इसके बाद स्वस्थ्य अधिकारियों यह जानकारी दी।
विश्लेषण से पता चला है कि भले ही पिछले कई हफ्तों से सभी जिलों में साप्ताहिक सकारात्मकता दर 5% से नीचे रही, लेकिन इस सप्ताह पुणे और अहमदनगर जैसे कुछ जिलों में यह आंकड़ा क्रमशः 6.58% और 5.08% देखा गया। मुंबई वापस उन टॉप 5 जिलों में शामिल हो गया है जहां कोरोना के सबसे ज्यादा मामले रिपोर्ट किए जा रहे हैं । राज्य के कुल 52,025 सक्रिय मामलों में से 90.62 प्रतिशत मामले केवल 10 जिलों से हैं, जिनमें से 37,897 यानी 72.84 प्रतिशत मामले केवल 5 जिलों से सामने आए हैं।
राज्य सरकार ने पुणे, अहमदनगर, सतारा, सोलापुर, सांगली, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग को ‘चिंता के जिले’ करार दिया है। डॉ व्यास ने कहा है, “इन जिलों में नए संक्रमणों की वृद्धि दर और साप्ताहिक सकारात्मकता दर बहुत अधिक है। शुक्रवार से शुरू होने वाले गणेश उत्सव के साथ, इन जिलों में बड़े पैमाने पर मनाए जाने की संभावना है, तीसरी लहर शुरू होने की संभावना है। जिला प्रशासन को अत्यधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।” व्यास ने हालांकि कहा कि शेष 17 जिलों में से दूसरी लहर अभी थम गई है।
उनमें से सात जिलों में 10 से कम सक्रिय रोगी हैं जबकि 11 में, सक्रिय रोगियों की संख्या 11 से 100 के बीच है। इनमें से अधिकांश जिले विदर्भ और मराठवाड़ा में हैं।