केरल के वायनाड जिले भूस्खलन से अब तक 44 लोगों की मौत की खबर आ रही है। यह संख्या और भी बढ़ने की आशंका है। स्थानिकों के अनुसार मलबे के नीचे सैंकड़ों की संख्या में लोग दबे होने की आशंका है। ऐसे में भारतीय आर्मी की यूनिट तत्काल प्रभाव से राहत और बचाव के लिए भेजी गई है।
केरल के वायनाड जिले में भरी बारिश के बाद भूस्खलन की घटना हुई। वायनाड के तड़के मेप्पडी के पास पहाड़ी इलाके में स्थित कुछ गांव नीचे ढह गए। इस दुर्घटना में कई लोग मारे जाने की आशंका है। घटनास्थल से अब तक 44 लोगों के मृत होने की पुष्टी हुई है। साथ ही राहत और बचाव में जुटी भारतीय सेना को भारी बारिश के कारण मुश्किलों का सामना करना पड रहा है। क्षेत्र में पूरी तरह मलबा भरने की वजह से बचाव दल को इलाके में मूवमेंट करने में भी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार चुरमाला और मुंडक्कई को जोड़ने वाला रास्ता भी बाह गया है। ऐसे में एनडीआरएफ की 20 सदस्यों की टीम मुंडक्कई में राहत और बचाव कार्य में जुट गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर दुख जताया है। साथ ही प्रधानमंत्री ने केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन से फोन पर बात करते हुए उन्हें केंद्र सर्कार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। साथ ही केंद्र सरकार की ओर से हादसे में मृत व्यक्तियों के परिजनों 2 लाख रुपए और घायल लोगों को 50,000 रुपए की सहायता निधी की घोषणा की है।
भारी बारिश और भूस्खलन के कारण मेप्पडी के पास चुरमाला बाजार क्षेत्र मलबे से भर चूका है। इस मलबे में कई लोगों के फसें होने की आशंका है। केरल की राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री के.राजन अनुसार केरल सरकार कोयम्बतूर से हेलीकॉप्टर मंगवा कर बचाव अभियान शुरु करने की कोशिश जारी है।
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