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Tuesday, September 17, 2024
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मुंबई में घरेलू नौकर का काम और बिहार में ऐशोआराम !

  जानें,मेहनत से नहीं, चोरी कर गाँव में प्रॉपटी बनाने वाले गुनहगार की करतूतें

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मुंबई। रईसों के यहां घरेलू काम के लिए नौकरों को बगैर कोई उनका बैकग्राउंड देखे रख लिया जाता है। कुछ महीने तक तो वे बहुत ईमानदारी से काम कर घर-मालिक का विश्वास अर्जित कर लेते हैं, फिर मौका मिलते ही घर की लाखों-करोड़ों की संपत्ति पर हाथ साफ कर रफूचक्कर हो जाते हैं। मुंबई के पश्चिमी उपनगरों समेत दक्षिणी मुंबई में इस तरह की घटनाएं आए दिन हो रही हैं, फिर भी लोग चेत नहीं रहे और यह सिलसिला लगातार जारी है।

तीनों आरोपी हैं रिकार्डशुदा गुनहगार: जुलाई व अगस्त माह में दक्षिणी मुंबई के मलबार हिल, गाँवदेवी, मरीन ड्राइव, पेडर रोड, ताड़देव आदि क्षेत्रों में नौकरों द्वारा इस तरह की वारदात को अंजाम दिए जाने के कई मामले संबंधित पुलिस स्टेशनों में दर्ज हुए हैं। इनमें से जुलाई महीने के पहले सप्ताह में गांवदेवी पुलिस स्टेशन के सीमा क्षेत्रांतर्गत  हुआ प्रकरण खासा उल्लेखनीय है। इस मामले के तहत नौकर घर से करीब 2 करोड़ की संपत्ति बटोर कर चंपत हो गया था, पर पुलिस ने अंततः इस मामले की तह में उतर कर मिले सुराग के जरिए बिहार से 2 सहयोगियों सहित उसे धर दबोचा। तीनों को पकड़े जाने के बाद उनसे की गई पूछताछ के दरमियान जो जानकारी पुलिस को मिली,वह दिलचस्प है। तीनों आरोपी रिकार्डशुदा गुनहगार हैं। मुख्य आरोपी मार्च महीने में जमानत पर जेल से छूटा है। वह चोरी के एक अन्य मामले में आर्थर जेल में बंद था।
विश्वास जीतकर करते थे घात: उनके नाम चंदन मुखिया (21) बच्चन मुखिया (20 ) और फूलो मुखिया (40) हैं। तीनों आपस में रिश्तेदार हैं और बिहार के दरभंगा स्थित गोतोहितेला गाँव के रहने वाले हैं। गांवदेवी पुलिस स्टेशन के प्रभारी सीनियर इंस्पेक्टर रामप्यारे राजभर के मुताबिक फूलो के खिलाफ चोरी, सेंधमारी की वारदात के 10 से    ज्यादा मामले दर्ज हैं। इसके अलावा बच्चन और चंदन का भी पुलिस के पास चोरी का रिकार्ड है। वारदात को अंजाम देने का तीनों का तरीका वही है कि घरेलू नौकर बनकर किसी रईस के यहां कुछ दिन ईमानदारी पूर्वक काम कर पहले उसका भरोसा हासिल कर लेते थे और फिर मौका हाथ लगते ही घर से लाखों की संपत्ति समेट कर भाग निकले थे।
गांव से हर बार मुंबई लाता था रिश्तेदार: फूलो जब भी अपने गाँव जाता, किसी-न-किसी रिश्तेदार को अपने संग मुंबई लाकर हरेक तरह की ट्रेनिंग देता, फिर अपने परिचित किसी वाचमैन अथवा अन्य किसी घरेलू नौकर के जरिए उसे किसी रईस के यहां नौकरी पर रखवा देता था। चंदन मुखिया को 2 साल पहले एक रईस के घर चोरी करने के मामले में ताड़देव पुलिस ने गिरफ्तार किया था और इस मामले में उसे आर्थर रोड जेल भेज दिया गया था। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के दौरान जब सतर्कतावश जेल में बंद गुनहगारों को जमानत पर छोड़ा जा रहा था, चंदन भी जेल से रिहा हुआ था। इसके बाद वह दक्षिणी मुंबई में ब्रीच कैंडी अस्पताल के पास एक व्यापारी के यहां घरेलू नौकर के तौर पर काम पर लग गया था। परिचय के एक घरेलू नौकर ने काम पर रखवाया था, जो उस व्यापारी का विश्वासपात्र था, सो  किसी बैकग्राउंड की पड़ताल किए बगैर उसे काम पर रख लिया गया था।
लोनावला में बर्थडे सेलिब्रेशन, मुंबई में हाथ की सफाई: साल भर काम कर उसने बरती अपनी ईमानदारी के जरिए घर मालिक के मन में अपने प्रति विश्वास पक्का कर लिया। इसी बीच, जुलाई के पहले सप्ताह में  व्यापारी के बेटे का जन्मदिन था, जिसे सेलिब्रेट करने पूरा परिवार लोनावला गया हुआ था। घर में महज दो ही लोग रह गए थे – चंदन व साथ में एक और नौकर। चंदन ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया। वह घर-मालिक के कपाट में रखे सोने-चांदी के आभूषणों व नकदी समेत करीब 1 करोड़ 10 लाख रुपए की संपत्ति बटोर कर चंपत हो गया। दूसरे नौकर को यह बात अगले दिन पता चली, तब उसने फौरन घर-मालिक को फोन कर इस बारे में बताया।
साथियों संग भागा था गांव: घर- मालिक के मुंबई लौट कर इस बाबत शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद जब गांवदेवी पुलिस ने चंदन की खोजबीन शुरू की, तो उसके अन्य दो सहयोगियों सहित कुर्ला टर्मिनस से ट्रेन पकड़ कर बिहार स्थित अपने गाँव भाग गए होने का पता चला। लिहाजा, सीनियर इंस्पेक्टर रामप्यारे राजभर और इंस्पेक्टर विजय धनावटे ने सब-इंस्पेक्टर धनेश सातार्डेकर के नेतृत्व में एक जांच दस्ता बनाकर बिहार भेजा, जहां से तीनों को दबोच कर मुंबई लाया गया।  उनके घर से प्लास्टिक की एक थैली में छिपाकर रखे चोरी किए आभूषणों समेत करीब डेढ़ करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है।
निकला छंटा हुआ गुनहगार: सब-इंस्पेक्टर धनेश सातार्डेकर ने बताया है कि पकड़े गए तीनों आरोपियों में से फूलो के इस तरह चोरी कर जुटाए रुपए से गांव में अच्छी-खासी जायदाद बनाई है। वहां उसने न सिर्फ 3 आलीशान मकान बनवाए हैं, बल्कि उसके पास जीप, ट्रैक्टर, स्पोर्ट बाइक, दों सादा बाइक और दो रॉयल एनफील्ड गाड़ियां भी हैं। इस तरह मुंबई में घरेलू नौकर का काम करने वाला यह शख्स छँटा हुआ गुनहगार निकला, जो चोरी की कमाई के बलबूते प्रापर्टी बनाकर गाँव में लक्जरियस लाइफ जी रहा था।

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