मुंबई। मुंबई पुलिस के एक कांस्टेबल की हत्या के मामले में पनवेल पुलिस ने उसकी सहकर्मी महिला पुलिस कांस्टेबल सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। मृतक का नाम शिवाजी सानप (54) है, वे मुंबई के नेहरूनगर पुलिस स्टेशन में कार्यरत थे। इस प्रकरण में गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में विशाल जाधव (18) और गणेश चव्हाण (21) का समावेश है। मुख्य अभियुक्त पुलिस कांस्टेबल शीतल पानसरे (29) है, जो मुंबई पुलिस के सशस्त्र बल में कार्यरत है।
किराए के कातिल: पनवेल पुलिस के मुताबिक शीतल ने किराए के कातिलों के जरिए सानप का एक्सीडेंट कराए जाने का रहस्योद्घाटन हुआ है। लेकिन आरंभ में इस घटना को सड़क हादसे के तौर पर ही दर्ज किया गया था। संदेह के आधार पर जब इस केस की एक्सीडेंट नहीं, बल्कि मर्डर के एंगल से जांच की गई, तो वह वाकई मर्डर ही निकला।
रोड एक्सीडेंट निकला मर्डर: 15 अगस्त की रात साढ़े 10 बजे सानप का शव पनवेल में रेलवे स्टेशन से माल गोदाम जाने वाली सड़क पर पड़ा मिला था। तब पनवेल पुलिस ने घटनास्थल का पंचनामा करते हुए पाया था कि सनप को किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी और उसकी जगह पर ही मौत हो गई। पनवेल पुलिस ने उस अज्ञात वाहनचालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
सही निकला वाइफ का डाउट: अपने परिवार के समेत पनवेल में रहने वाले शिवाजी सनप की पत्नी ने उनकी मौत पर संदेह जताते हुए उसे हादसा नहीं, बल्कि मर्डर बताया था। पनवेल पुलिस ने जब इस संदेह के आधार पर घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, तो जांच टीम को पता चला कि सानप को नैनो कार ने टक्कर मार दी थी।
कुर्ला से ही लगे थे वे पीछे: फिर पुलिस टीम ने दूसरे एंगल से जांच की। जिस रेलवे स्टेशन से वे घटना वाले दिन पुलिस स्टेशन से निकले थे, उस कुर्ला रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज की जांच करने पर पता चला कि कुर्ला से ही दो व्यक्ति शिवाजी सानप का लगातार पीछा कर रहे थे। पनवेल पुलिस ने उन दोनों का पता लगाया और उन्हें नवी मुंबई के उलवे से गिरफ्तार कर लिया।
मर्डर के बाद जलाई नैनो कार: दोनों से गहन पूछताछ के बाद उन्होंने अपराध कबूल करते हुए बताया कि पुलिस कांस्टेबल शीतल पानसरे ने उन्हें शिवाजी सानप की हत्या की सुपारी दी थी। दोनों ने कबूल किया कि उन्होंने ही इस हत्या के लिए नैनो कार मुहैया कराई थी। मर्डर को अंजाम देने के बाद नैनो कार को एक सुनसान जगह पर ले जाया गया और सबूत नष्ट करने के लिए उसे जला दिया गया।
ऐसी अनबन कि ले ली जान: शीतल पानसरे से इस प्रकरण में तफ्तीश के दरमियान पुलिस को मालूम चला है कि दोनों के एक ही पुलिस स्टेशन में कार्यरत होने के दौरान उनमें अनबन हो गई थी और फिर इसके बाद शीतल ने शिवाजी सानप के खिलाफ मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई के विविध पुलिस स्टेशनों में कई मामले दर्ज कराए थे।