अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की बढती कीमतों के मद्देनजर लोगों को राहत देने के लिए मोदी सरकार ने पेट्रोल व डीजल की किमतों में पांच से 10 रुपए की कमी की है। लोगों को और राहत मिल सके इसके लिए केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों से अपील की है कि वे पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले टैक्स में कमी करे। राजस्थान, पंजाब, मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों ने ऐसा किया है पर महाराष्ट्र सरकार वैट में कमी करने के लिए तैयार नहीं है। इससे जनता की नाराजगी को देखते हुए कांग्रेस ठाकरे सरकार से मांग कर रही है कि पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले वैट टैक्स में कमी की जाए। इसको लेकर प्रदेश कांग्रेस के कार्याध्यक्ष पूर्व मंत्री नसीम खान ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा है।
नसीम खान ने मांग की है कि पंजाब और राजस्थान सरकार की तरह महाराष्ट्र सरकार भी राज्य के लोगों के लाभ के लिए पेट्रोल और डीजल पर टैक्स कम करे। इसके पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पेट्रोल और डीजल पर टैक्स कम करने की मांग की थी। उसके बाद नसीम खान ने आज मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर पार्टी की मांग को बताया। लेकिन उपमुख्यमंत्री अजित पवार पहले ही ईंधन पर टैक्स में कटौती की मांग को खारिज कर चुके हैं। वित्त विभाग एनसीपी के पास है।
इस लिए एनसीपी कांग्रेस की इस मांग को कोई तवज्जो नहीं दे रही है। इन दोनों दलों की राजनीतिक लडाई में जनता पीस रही है। खान ने कहा कि राज्य आर्थिक संकट में है लेकिन लोगों को दिलासा देना हमारा कर्तव्य है। राज्य की जनता के हित में नसीम खान ने मांग की है कि महाविकास अघाड़ी सरकार का मुखिया होने के नाते उद्धव को पेट्रोल-डीजल के दाम घटाकर राहत देनी चाहिए।