मुंबई। महाराष्ट्र के विधायकों को अब विधायक निधि के तौर पर हर साल विकास कार्यों के लिए 4 करोड रुपए मिलेंगे। इसके पहले यह राशि 3 करोड़ की थी। इसके पहले विधानमंडल अधिवेशन के दौरान राज्य के वित्तमंत्री अजित पवार ने यह घोषणा की थी। अब इसको लेकर शासनादेश जारी कर दिया गया है।
महाविकास आघाड़ी सरकार ने सत्ता में आने के बाद दूसरी बार विधायक निधि में वृद्धि की है। इससे साल 2021-22 आर्थिक वर्ष से विधानसभा और विधान परिषद के सदस्यों को प्रति वर्ष चार करोड़ रुपए विधायक निधि मिल सकेगी। राज्य के विधायक इस आर्थिक वर्ष से विधायक निधि की चार करोड़ की राशि में से 10 प्रतिशत निधि सरकारी इमारतों और संपत्ति की देखभाल और मरम्मत कामों के लिए खर्च कर सकेंगे। इसके पहले उपमुख्यमंत्री ने साल 2020-21 का बजट पेश करते समय सदन में विधायक निधि को दो करोड़ रुपए से बढ़ाकर तीन करोड़ रुपए कर दिया था। राज्य में विधायकों को साल 2011-12 आर्थिक वर्ष से विधायकों को दो करोड़ रुपए विधायक निधि दी जाती थी।