बता दें कि मुंबई के पुलिस आयुक्त संजय पांडे ने शहर में ट्रैफिक जाम और ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए कई मुहिम शुरू की है। जिसको, देखते हुए कंबोज ने ध्वनि प्रदूषण के मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए मुंबई में मस्जिदों में लगाए गए लाउडस्पीकर को हटाने की मांग की है।
कंबोज ने कहा कि, पहले घड़ी नहीं हुआ करती थी ,इसलिए मुस्लिम समुदाय के लोगों को समय की जानकारी देने के लिए लाउडस्पीकर का उपयोग किया जाता था। लेकिन अब सबके पास घड़ी है, इसलिए मुझे नहीं लगता कि लाउड स्पीकर की कोई जरूरत है। लाउडस्पीकर के शोर से कई लोगों को काफी पफैशनी का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं छात्रों को भी इस समस्या से दो चार होना पड़ता बेसमय शोर शराबे से लोगों में चिड़चिड़ाहट हो जाती है। इसलिए मुंबई में मस्जिदों में लगाए गए लाउडस्पीकर को जल्द से जल्द हटाया जाना चाहिए। बीजेपी कम्बोज ने स्पष्ट किया कि हम किसी समाज या धर्म के खिलाफ नहीं हैं। हालांकि, लाउडस्पीकर मस्जिद में लगे हैं। तो इससे अन्य नजरिये से न देखा जाए।
इधर, महाराष्ट्र प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता एड. राजीव के पांडे ने भी मस्जिदों में लगाए गए लाउडस्पीकर को हटाने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि यह किसी धर्म विशेष को लेकर मांग नहीं की जा रही है। बल्कि, यह शहर में बेसमय शोर शराबे को खत्म करने के लिए एक अच्छा सुझाव है। उन्होंने खासकर सुबह में होने वाले अजान की ओर इशारा करते हुए कहा कि मुंबई में रहने वाले लोग रात में भी काम कर देर रात सोते हैं।
आधी आबादी सुबह तक सोई रहती है शोर शराबे से उनकी नींद में खलल पड़ती है। उन्होंने आगे कहा कि कई मुस्लिम देशों में इस पर प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं या नए नियम कानून लागू किये जा रहे हैं। इसलिए देश में मुंबई से यह अच्छी पहल शुरू होनी चाहिए। जो मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडेय के खाते में एक और अच्छी पहल जुड़ जाएगी।