मुंबई में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने इस साल औसत से 12% अधिक वार्षिक वर्षा दर्ज कर ली है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, मुंबई में औसतन 2207 मिमी बारिश होती है, जबकि अब तक 111.63% यानी 2462 मिमी से अधिक वर्षा हो चुकी है। रविवार (28 सितंबर) सुबह तक पूर्वी उपनगरों में 2613 मिमी, पश्चिमी उपनगरों में 2612 मिमी और शहर क्षेत्र में 2164 मिमी बारिश दर्ज की गई।
बीते 24 घंटे में कोलाबा वेधशाला ने 120.8 मिमी और सांताक्रूज वेधशाला ने 83.8 मिमी वर्षा दर्ज की। सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में मुलुंड (121 मिमी), दहिसर (120 मिमी), मालाबार हिल (120 मिमी), मागाठाणे (115 मिमी), मालाड (111 मिमी) और कोलाबा (109 मिमी) शामिल हैं।
IMD ने रविवार (28 सितंबर) को मुंबई और आसपास के जिलों ठाणे, पालघर और रायगढ़ के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जो सोमवार शाम 8:30 बजे तक प्रभावी रहेगा। सोमवार रात के बाद मुंबई, ठाणे और रायगढ़ में अलर्ट को ऑरेंज कर दिया जाएगा, जबकि पालघर में रेड अलर्ट जारी रहेगा। मंगलवार और बुधवार को पूरे क्षेत्र को येलो अलर्ट पर रखा गया है, जिसमें अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी पर हवा के दबाव में बदलाव के कारण महाराष्ट्र में 26 से 30 सितंबर तक तेज बारिश की स्थिति बनी रहेगी। विभाग ने शुक्रवार को ही चेतावनी जारी की थी।
उधर, राज्य के भीतरी इलाकों में हाल ही में आई बाढ़ और लगातार बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। कई जिलों में खेत डूब गए हैं और फसलों को भारी नुकसान हुआ है। मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में प्रशासन ने राहत और बचाव दलों को अलर्ट पर रखा है और नागरिकों से अपील की है कि वे अनावश्यक बाहर न निकलें।
बारिश का यह दौर 30 सितंबर तक जारी रहने का अनुमान है, जिससे शहर और आसपास के जिलों में सामान्य जनजीवन पर असर पड़ सकता है।
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