मुंबई में मूसलाधार बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। मंगलवार (19 अगस्त) को कुर्ला के क्रांति नगर झोपड़पट्टी से करीब 400 परिवारों को निकाला गया, जब मीठी नदी खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी। कई घर पानी में डूब गए, जिससे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करना पड़ा।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी परिवारों को कुरला स्थित एमएम म्युनिसिपल स्कूल में पहुंचाया, जहां भोजन, पानी और रहने की अस्थायी व्यवस्था की गई है। बीएमसी के वार्ड L ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा कीं, जिनमें झुग्गियां पानी में डूबी दिखीं और राहत टीमें लोगों को ऊंचाई वाले इलाकों में ले जाती नजर आईं।
बीएमसी ने अपने बयान में कहा, “मीठी नदी ने खतरे का निशान पार कर लिया है। क्रांति नगर (कुरला वेस्ट) से निवासियों की निकासी की जा रही है। परिवारों को सुरक्षित आश्रय स्थलों में शिफ्ट किया जा रहा है।” प्रशासन ने पहले ही एनडीआरएफ की टीम तैनात कर दी थी और लोगों को चेतावनी जारी कर दी गई थी। साथ ही शहरभर में नालियां साफ करने का काम तेज कर दिया गया है, ताकि जलभराव की समस्या को कम किया जा सके।
मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक, मंगलवार सुबह 4 बजे से 11 बजे तक शहर में औसतन 150 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई, जबकि उपनगरों में और ज्यादा बारिश हुई। मीठी नदी का जलस्तर 3.9 मीटर तक पहुंच गया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हालात की समीक्षा की और कहा कि नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। नगर आयुक्त इकबाल सिंह चहल स्वयं राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।
हालांकि, जिन परिवारों को निकाला गया है, उनके लिए मुश्किलें अभी खत्म नहीं हुई हैं। कई लोगों का सामान पानी में बह गया है और उन्हें यह चिंता सता रही है कि कब वे वापस घर लौट पाएंगे। संकट के बीच स्थानीय लोग और स्वयंसेवी संगठन मदद के लिए आगे आए हैं, जबकि बीएमसी के कर्मचारी और बचाव दल लगातार बारिश से जूझते हुए मुंबई को संभालने में लगे हैं।
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