Mumbai: रोटरी ने बांटीं दीपावली पर दिव्यांगों को खुशियां

Mumbai: रोटरी ने बांटीं दीपावली पर दिव्यांगों को खुशियां

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जनकल्याण के लिए प्रभावी तरीके से सक्रिय सेवाभावी संगठन रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3141 और 3070 के संयुक्त तत्वावधान व रत्ननिधि संस्था के सहयोग से दीपावली के उपलक्ष्य में हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला क्षेत्र में दिव्यांगों समेत गरीब-जरूरतमंदों तथा विद्यार्थियों को खुशियां बांटी गईं। रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3141 के गवर्नर राजेंद्र अग्रवाल व डिस्ट्रिक्ट 3070 के गवर्नर डॉ.यू.एस.घई के नेतृत्व में महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के तहत हुए इस समारोह की मेजबानी रोटरी क्लब ऑफ धर्मशाला ने की, जिसमें 165 दिव्यांगों को जयपुर फूट, 10 व्हील चेयर्स, 50 विद्यालयों के आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को 5000 नोटबुकें और ठंड से ठिठुरते गरीब-जरूरतमंद लोगों को 800 गर्म कपडे वितरित किए गए।

अविस्मरणीय लम्हा!

धर्मशाला के ऑडिटोरियम में आयोजित किए गए इस कार्यक्रम में शामिल होकर उसे कामयाबी की मंजिल तक पहुंचाने के लिए मुंबई से 170 रोटेरियन की टीम वहां पहुंची थी। समारोह में कृत्रिम अवयव लगाए जाने के बाद दिव्यांगों के पुलकित चेहरे की आभा देखते ही बनती थी, बड़ा ही अविस्मरणीय लम्हा था यह।

इनका रहा खास योगदान

कार्यक्रम को सफल बनाने में रोटेरियन एवं सुप्रसिद्ध वूमंस राइट्स एक्टिविस्ट सुमन आर अग्रवाल, रोटरी क्लब साउथ मुंबई के प्रेसिडेंट राजीव पुणेतर, रोटरी क्लब ऑफ वरली की प्रेसिडेंट दीप्ति राजदा, चीफ डिस्ट्रिक्ट को-ऑर्डिनेटर वी.एस.परमार,रोटरी क्लब ऑफ धर्मशाला के प्रेसिडेंट संग्राम गुलेरिया, डिस्ट्रिक्ट सेक्रेटरी डॉ.विजय शर्मा, रोटरी क्लब ऑफ धर्मशाला के सेक्रेटरी अजय शर्मा, अनूप गुप्ता,राजीव मेहता आदि ने विशेष योगदान किया।

तीर्थ-पर्यटन स्थलों का भी लिया लुत्फ

मुंबई-ठाणे से रोटेरियंस की टीम ने वहां दिव्यांगों, विद्यार्थियों व गरीब-जरूरतमंदों के बीच इस तरह खुशियां बांटने के साथ ही धर्मशाला समेत आसपास के खुशनुमा प्राकृतिक वातावरण से लदे विविध खूबसूरत पर्यटनस्थलों तथा तीर्थस्थलों की सैर का लुत्फ भी लिया, जिनमें अमृतसर के स्वर्ण मंदिर, जलियांवाला बाग़, वाघा बार्डर, गोविंदगढ़ किला, कांगड़ा देवी मंदिर, तिब्बती प्रार्थनास्थल,चामुंडा देवी मंदिर, ज्वालामुखी देवी मंदिर, सेंट जॉन चर्च, एचपीसीए स्टेडियम व हिमाचल प्रदेश के चाय के बागानों का समावेश था।

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