मुंबई। लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में महाराष्ट्र बंद करने वाली महाविकास आघाडी ठोंगी सरकार है। अतिवृष्टि से प्रभावित राज्य के किसानों को एक पैसे की मदद न करने वाली ठाकरे सरकार महाराष्ट्र बन्द कर किसान प्रेम का ढोंग कर रही है। विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने यह बात कही। सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में फडणवीस ने कहा कि राज्य में तीन दलों वाली सरकार के सत्ता में आने के बाद 2 हजार किसान आत्महत्या कर चुके हैं। अब तक किसानों की मदद की घोषणा हवा हवाई साबित हुई है। बन्द को सफल बनाने के लिए पुलिस और सेल टैक्स विभाग की मदद ली गई है।
दुकानदारों को धमकाया गया। भाजपा नेता ने कहा कि यदि इस सरकार में थोड़ी भो शर्म बाकी है तो पहले महाराष्ट्र ल बाढ़ प्रभावित किसानों की मदद करे। फडणवीस ने याद दिलाया कि ये वहीं लोग हैं जिन्होंने पुणे के मावल में पानी की मांग कर रहे किसानों को गोलियों से भुनवा दिया था। जलियांवाला बाग की घटना वहाँ दुहराई गई थी। मराठवाड़ा के किसानों की आंसू पोछने सत्ता पक्ष का कोई नहीं गया। मुख्यमंत्री- उपमुख्यमंत्री की तो छोड़ो पालकमंत्री भी नहीं गए। आज किसानों को सिर्फ मोदी सरकार के किसान सम्मान योजना का ही सहारा है जो सीधे उनके बैंक खाते में जमा हो रहा है।
अदालत ले संज्ञान
फडणवीस ने कहा कि हाईकोर्ट को इस बंद का संज्ञान लेना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक आदेश में इस तरह के बंद को अवैध बताया है। इस लिए बंद का आह्वान सर्वोच्च अदालत का अपमान है। कोर्ट को इसका संज्ञान लेना चाहिए। बंद को लेकर पहले भी शिवसेना पर जुर्माना लग चुका है।