मुंबई। रमजान ईद (ईद उल फितर) के मौके पर राज्य में मस्जिदों और खुली जगहों पर नमाज़ पढ़ने पर पाबंदी लगाई गई है। कोरोना महामारी को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने लोगों से अपने घरों में रहकर ईद मनाने की अपील की है। सरकार ने अपने निर्देश में कहा है कि तरावीह की नमाज़ और इफ्तार के लिए मस्जिदों और सार्वजनिक स्थानों पर इकट्ठा नहीं होंगे।
मंगलवार को, गृह विभाग के उप सचिव, संजय खेडेकर ने रमजान ईद को लेकर एक परिपत्र जारी किया। इसके मुताबिक रमजान ईद पर कोई धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक या राजनीतिक कार्यक्रम नहीं होंगे। ईद के अवसर पर, मुंबई मनपा और स्थानीय प्रशासन द्वारा सामान की खरीदारी के लिए तय समय में ही यह काम निपटाना होगा। कोरोना के प्रकोप पर रोक लगाने के लिए राज्य में धारा 144 और रात के संचार लागू हैं। इसलिए, हॉकर सड़क पर स्टालों नहीं लगा सकेंगे। नागरिक बिना किसी कारण के सड़कों पर नहीं चल पाएंगे। रमजान ईद मनाते समय, सरकार के ब्रेक दी चेन आदेश के नियमों को मानना होगा। रमजान के दौरान मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ती रही हैं। अब देखना होगा की सरकार ईद पर कोरोना नियमों का पालन कराने में कितना सफल रहती है। हालांकि इसकी उम्मीद कम ही है.
कब मनाया जाएगा ईद?
रमजान के पाक महीने में रोज़े रखने के बाद ईद का त्योहार मनाया जाता है. हालांकि, ईद 29 या फिर 30 रोज़े रखने के बाद मनाई जाएगी, ये पूरी तरह से चांद पर निर्भर होता है. अगर 12 मई को 29वें रोज़े के दिन चांद दिखाई दिया तो ईद का त्योहार 13 मई 2021 को मनाया जाएगा. वहीं अगर 13 मई को 30वें रोज़े के दिन चांद दिखा तो ईद को त्योहार 14 मई 2021 को मनाया जाएगा.