मुंबई। एनसीपी नेता एकनाथ खड़से के खिलाफ ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 5.73 करोड़ की सम्पत्ति जब्त की है। बताया जा रहा है कि इसमें एक बैंक अकाउंट को भी सीज किया गया है जिसमें 86 लाख के डिपॉजिट हैं। ईडी ने यह कार्रवाई पुणे में एक लैंड मामले में शुक्रवार को सुबह की। उनके जलगांव और लोनावाला स्थित संपत्तियों को सीज किया गया है।
बता दें कि, खडसे के दामाद गिरीश चौधरी को 12 जुलाई 2021 तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया गया था। लैंड डील प्रकरण 2017 का है, जिसमें पुणे के भोसरी एमआईडीसी में एक भूखंड खरीदी गई थी। इसमें भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने प्रकरण दर्ज किया था।
इस प्रकरण की जांच प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है। एकनाथ खडसे को पूछताछ के लिए समन जारी किया गया था, जिसके लिए वे 13 जुलाई को एजेंसी के कार्यालय में पेश हुए थे। जानकारी के अनुसार, जिस बैंक अकाउंट को सील किया गया है वो एकनाथ खडसे के अलावा उनकी पत्नी मंदाकिनी खडसे और दामाद गिरीश चौधरी के नाम पर है। ऐसे में ईडी द्वारा इस अकाउंट को तो सील किया ही गया है, इसके अलावा लोनावाला वाला एक बंगला, जलगांव में तीन लैंड पार्सल और तीन फ्लैट भी जब्त कर लिए गए हैं।
ये सारी प्रॉपर्टी एकनाथ, उनकी पत्नी और दामाद के नाम पर ही दर्ज है। एकनाथ खडसे ने प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय के बाहर मौजूद मीडिया के प्रश्नों का उत्तर दिया था। उन्होंने कहा था कि, इस प्रकरण से मेरा कोई संबंध नहीं है। इस भूखंड को मेरी पत्नी और दामाद ने खरीदा है। यह निजी खरीद प्रकरण है, जिसकी जांच हो रही है। इसके बावजूद मैं जांच में पूरा सहयोग करुंगा।
यह मुझे फंसाने का प्रयत्न हो रहा है। इस भूखंड को खडसे परिवार ने अब्बास मुक्कानी नामक व्यक्ति से खरीदा था। जिसमें इसकी मूल कीमत को छुपाने का आरोप लगाते हुए हेमंत गावंडे ने बंद गार्डन पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
इस प्रकरण की जांच प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है। एकनाथ खडसे को पूछताछ के लिए समन जारी किया गया था, जिसके लिए वे 13 जुलाई को एजेंसी के कार्यालय में पेश हुए थे। जानकारी के अनुसार, जिस बैंक अकाउंट को सील किया गया है वो एकनाथ खडसे के अलावा उनकी पत्नी मंदाकिनी खडसे और दामाद गिरीश चौधरी के नाम पर है। ऐसे में ईडी द्वारा इस अकाउंट को तो सील किया ही गया है, इसके अलावा लोनावाला वाला एक बंगला, जलगांव में तीन लैंड पार्सल और तीन फ्लैट भी जब्त कर लिए गए हैं।
ये सारी प्रॉपर्टी एकनाथ, उनकी पत्नी और दामाद के नाम पर ही दर्ज है। एकनाथ खडसे ने प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय के बाहर मौजूद मीडिया के प्रश्नों का उत्तर दिया था। उन्होंने कहा था कि, इस प्रकरण से मेरा कोई संबंध नहीं है। इस भूखंड को मेरी पत्नी और दामाद ने खरीदा है। यह निजी खरीद प्रकरण है, जिसकी जांच हो रही है। इसके बावजूद मैं जांच में पूरा सहयोग करुंगा।
यह मुझे फंसाने का प्रयत्न हो रहा है। इस भूखंड को खडसे परिवार ने अब्बास मुक्कानी नामक व्यक्ति से खरीदा था। जिसमें इसकी मूल कीमत को छुपाने का आरोप लगाते हुए हेमंत गावंडे ने बंद गार्डन पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।