महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने किस बात पर आपदा प्रबंधन विभाग को सतर्क रहने को कहा?

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने किस बात पर आपदा प्रबंधन विभाग को सतर्क रहने को कहा?

मुंबई। मुंबई महानगर क्षेत्र सहित कोंकण के सभी जिलों में 9 से 12 जून के दौरान भारी बारिश होगी। मौसम विभाग ने इन चार दिनों के दौरान भारी बारिश की चेतावनी दी है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सभी आपदा प्रबंधन एजेंसियों और सभी जिला प्रशासन को तैयार और सतर्क रहने का निर्देश दिया है। सोमवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अधिकारियों से कहा कि सभी विभाग समन्वय बनाए रखें। उन्होंने खतरनाक इमारतों, प्रभावित क्षेत्रों को जरूरत के हिसाब से खाली कराने के भी निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि साथ ही इस बात का भी ख्याल रखा जाय कि इस दौरान कोविड सहित किसी भी अन्य प्रकार की रोगी देखभाल बाधित न हो। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के इस दौरान जहां जरूरी हो वहां एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की इकाइयां तैनात की जाएं और ओएनजीसी समेत अन्य केंद्रीय एजेंसियों को इस दौरान भारी बारिश को लेकर अलर्ट किया जाए।

मुख्यमंत्री मौसम विभाग की भारी बारिश की चेतावनी के बाद मुंबई महानगर क्षेत्र, कोंकण के सभी जिलों में आपदा प्रबंधन प्रणाली की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव सीताराम कुंटे, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव आशीष कुमार सिंह, प्रमुख सचिव विकास खड़गे, कोंकण संभागीय आयुक्त अन्नासाहेब मिसाल, मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल, मुंबई महानगर क्षेत्र के सभी नगर निगमों के आयुक्त, कोंकण संभाग के कलेक्टर, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, आपदा प्रबंधन अधिकारी और अन्य लोग मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिवृष्टि के बीच रोगियों को कोई परेशानी न हो। अस्पतालों को वैकल्पिक व्यवस्था, जनरेटर, डीजल स्टॉक, ऑक्सीजन स्टॉक रखना चाहिए, ताकि भारी बारिश की स्थिति में बिजली आपूर्ति बाधित न हो सके। उन्होंने कहा कि बिजली के बैकअप की वैकल्पिक व्यवस्था की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि मरीज की देखभाल में कोई व्यवधान न हो और भारी बारिश के कारण कोविड केयर सेंटरों में मरीजों को परेशानी न हो और यहां पानी जमा न हो सके।

बीएमसी की तैयारी
बैठक में बीएमसी आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने छोटे-बड़े नालों की सफाई, बड़े-बड़े नालों को गहरा और चौड़ा करने के कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जहाँ जहां पानी जमा होने की संभावना है, वहां 474 पंप लगाए गए हैं और रुका हुआ पानी निकल जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारी बारिश के दौरान बाढ़ प्रबंधन के लिए जूनियर इंजीनियर मौके पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि हिंदमाता क्षेत्र में दो बड़े टैंक बनाए गए हैं जिनमें क्षेत्र में रुके हुए पानी को डायवर्ट कर स्टोर किया जाएगा। राज्य में कोरोना निवारक टीकाकरण चल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि कोल्ड स्टोरेज में जहां वैक्सीन का स्टॉक रखा जाता है वहां पावर बैकअप दिया गया है। मुंबई मनपा के अस्पतालों, सरकारी अस्पतालों, क्षेत्र के कोविड केंद्रों के साथ-साथ निजी अस्पतालों को ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति और पावर बैकअप सुविधाओं पर ध्यान देने के लिए कहा गया है। उन्होंने जनरेटर, अतिरिक्त जनरेटर, डीजल के स्टॉक की उपलब्धता की जानकारी दी।

सभी जिले व नगर पालिकाएं तैयार
बैठक में विभाग के अन्य नगर आयुक्तों, जिला कलेक्टरों ने मुख्यमंत्री को भारी बारिश को लेकर किए गए सभी उपायों की जानकारी दी उन्होंने कहा कि सभी व्यवस्थाएं तैयार और सतर्क हैं, उन्होंने कहा कि खतरनाक इमारतों, निचले इलाकों, प्रभावित क्षेत्रों और तटीय क्षेत्रों में लोगों को निकालने के लिए उपाय किए जा रहे हैं, कोविड अस्पतालों की देखभाल, ऑक्सीजन, डीजल स्टॉक, जनरेटर, प्रभावित क्षेत्रों, खतरनाक इमारतों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने की भी जानकारी दी।

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