कोविड में मदद की अपील के बाद लोगों ने मुख्यमंत्री सहायता कोष के कोविड खाते में तहत भारी आर्थिक सहायता प्रदान की। मुख्यमंत्री सचिवालय ने आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को सूचित किया है कि अब तक 799 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं जिसमें से अब 606 करोड़ रुपये जमा हैं। 192 करोड़ रुपये के आवंटन को ध्यान में रखते हुए कुल राशि का 25 प्रतिशत जमा कोष से खर्च किया गया है।
798 करोड़ रुपये जमा हुए
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मुख्यमंत्री सचिवालय से जमा की गई कुल राशि, खर्च की गई राशि और शेष राशि की जानकारी मांगी थी। मुख्यमंत्री सचिवालय के मुख्यमंत्री सहायता कोष प्रकोष्ठ ने अनिल गलगली को बताया कि कुल 798 करोड़ रुपये की राशि जमा हो चुकी है और फिलहाल 606 करोड़ रुपये शेष हैं। 192 करोड़ का आवंटन किया गया है।
100 फीसदी खर्च करना जरूरी
अनिल गलगली के मुताबिक, चूंकि फंड सिर्फ कोविड मकसद के लिए है, इसलिए अब तक 100 फीसदी खर्च करना जरूरी था लेकिन सरकार ने 25 फीसदी फंड आवंटित कर दिया है। आखिर 606 करोड़ रुपये जमा रखने का मकसद क्या है? इसे सार्वजनिक करने की जरूरत है।
आईयूआई सेटअप के लिए खर्च किए
जमा की गई राशि में से खर्च की गई राशि 192 करोड़ 75 लाख 90 हजार 12 रुपये है। इसमें से 20 करोड़ रुपये चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा सेंट जॉर्ज अस्पताल में कोविड के लिए एक विशेष आईयूआई सेटअप के लिए खर्च किए गए हैं। कोविड की 25 हजार जांच के लिए एबीबीओटी एम2000आरटी पीसीआर मशीन की उपभोग्य सामग्रियों को खरीदने के लिए 3 करोड़ 82 लाख 50 हजार खर्च किए गए।
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