हमारे देश के दो राष्ट्रपिता हैं। अमृता फडणवीस ने राय व्यक्त की कि महात्मा गांधी पुराने भारत के पिता हैं और नरेंद्र मोदी नए भारत के पिता हैं। अमृता ने मंगलवार को प्रखरवाणी वैद्धर्भया राइटर्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित अभिरूप कोर्ट में अपने जवाब दिए। न्यायाधीश के रूप में एड. कुमकुम सिरपुरकर और अजय गम्पवार एक वकील के रूप में वहीं रश्मी पड़वाड-मदनकर ने लिपिक की भूमिका निभाई थी। यह कार्यक्रम संस्था की प्रथम अध्यक्ष ताराबाई शास्त्री की स्मृति में आयोजित किया गया था।
इस दौरान अमृता ने कहा, मैं कभी भी अपने दम पर राजनीतिक बयान नहीं देती, मुझे इसमें कोई दिलचस्पी भी नहीं है। आम लोग मेरे बयान के लिए मुझे ट्रोल न करें। मैं उन्हें ज्यादा महत्व नहीं देता और न ही मैं उनसे डरता हूं।
मुझे सिर्फ अपनी मां और सास से डर लगता है। मैं बहुत अधिक राजनीतिक बयान नहीं देता। मैंने महसूस किया है कि अगर मैं ज्यादा बोलती हूं तो इससे मुझे और देवेंद्र दोनों को दुख होता है। इसका फायदा कइयों ने किसी और के कंधे पर बंदूक रखकर उठाया है।
इस दौरान अमृता ने कहा, मैं कभी भी अपने दम पर राजनीतिक बयान नहीं देती, मुझे इसमें कोई दिलचस्पी भी नहीं है। आम लोग मेरे बयान के लिए मुझे ट्रोल न करें। मैं उन्हें ज्यादा महत्व नहीं देता और न ही मैं उनसे डरता हूं।
जो 24 घंटे राजनीति के लिए देते हैं और जो राजनीति के काबिल हैं उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। देवेंद्र जी समाज के लिए 24 घंटे काम करते हैं। मैं राजनीति को पूरा समय नहीं दे सकता। अमृता ने बताया कि वह फिलहाल राजनीति में नहीं आना चाहती हैं।
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