अर्धांगिनी से बिछड़ने का दर्द,

बीमार पत्नी को कंधे पर लेकर हॉस्पिटल पहुंचा 70 साल का पति; पर नहीं बची जान

अर्धांगिनी से बिछड़ने का दर्द,

file foto

मुंबई। नंदूरबार जिले में एक महिला को बचाने के लिए उसके पति ने महिला को कंधे पर उठाकर पांच किलो पैदल चला लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही महिला की मौत हो गई। महिला की पहचान सिधलीबाई पाडवी के तौर पर हुई, वह बीमार थीं और उन्हें एंबुलेंस के जरिए जिला अस्पताल लाया जा रहा था, लेकिन आदिवासी इलाके तड़ोदा से धड़गाव  जिला अस्पताल के बीच में रास्ता चंदसैली के पहाड़ों से होकर गुजरता है।

जैसे ही एंबुलेंस चंदसैली के पहाड़ी इलाके में पहुंची, एकाएक वहां भू-स्खलन हो गया. मलबों के चलते आगे का रास्ता बंद हो गया.ड्राइवर ने गाड़ी फिर पीछे कर के घुमाने की कोशिश की लेकिन तब तक पीछे भी लैंड स्लाइड हो गया जिससे एंबुलेंस दोनो तरफ से फंस गई, एंबुलेंस फंसने के बाद कोई रास्ता ना दिखने पर बीमार महिला का पति उसे कंधे पर करीब 4-5 किलोमीटर पहाड़ो से अस्पताल की तरफ भागता रहा लेकिन अस्पताल पहुंचने के पहले ही पत्नि ने दम तोड़ दिया, यह घटना बुधवार की बताई जा रही है।

बीते दिन उत्तर महाराष्ट्र के कई जिलो में भारी बारिश हुई.वहीं बीजेपी ने इस मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरने में देरी नहीं की, बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा वाघ ने कहा- ‘राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था का क्या हाल है ये घटना उसका जीता जागता उदाहरण है। राज्य में आदिवासी मंत्री के विधानसभा क्षेत्र के आदिवासी लोग स्वास्थ्य व्यवस्था की कमी से मर रहे है लेकिन राज्य सरकार गंभीर नहीं है। बताया जा रहा है कि 70 साल के अदल्या पाडवी की 65 साल की पत्नी सिदलीबाई की तबियत बहुत खराब हो गई। उन्हें तेज बुखार था। गांव तक कोई गाड़ी नहीं आ सकती थी और पत्नी की हालत लगातार गंभीर होती जा रही थी। ऐसे में अदल्या ने कंधे पर उठाकर पत्नी को हॉस्पिटल पहुंचाने का मन बनाया।

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