डोनाल्ड ट्रंप की हत्या करने निकला था पाकिस्तानी, समय रहते पकड़ा गया!

मर्चेंट ने कहा कि उन्हें उन लोगों को खत्म करने का काम सौंपा गया था जो पाकिस्तान और मुस्लिम दुनिया को नुकसान पहुंचा रहे थे।

डोनाल्ड ट्रंप की हत्या करने निकला था पाकिस्तानी, समय रहते पकड़ा गया!

Unique connection between Trump's two attackers!

अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपती पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर कुछ दिन पहले हमला हुआ था। इस हमले बाद दुनिया भर में सनसनी मच गई थी, वहीं जांच में खुलासा हुआ है कि डोनाल्ड ट्रंप और अन्य राजनीतिक नेताओं को मारने की साजिश रची जा रही थी, जिसे समय रहते अमेरिकी एजेंसियों ने निरस्त कर दिया। ईरान से संबंध रखने वाले एक पाकिस्तानी व्यक्ति पर साजिश के संबंध में आरोप लगाया गया है। इस खबर से अमेरिका में हड़कंप मच गया है।

यूएस डिपार्टमेंट ऑफ़ जस्टिस ने इस मामले का खुलासा किया है। इस मामले में पाकिस्तानी नागरिक पर ईरान के साथ मिलकर अमेरिका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रंप की हत्या करने कि कोशिश करने का आरोप लगाया है। कहा गया है की, आरोपी आसिफ मर्चंट अमेरिका आने से पहले कई दिनों तक ईरान में था, जहां उसे इस्लामी वर्ल्ड के दुश्मन और ईरान के प्रतिद्वंदी डोनाल्ड ट्रंप को रस्ते से हटाने की जिम्मेदारी दी गई थी।

फिलहाल अमेरिका के न्याय विभाग द्वारा आसिफ पर राजनैतिक हत्या की साजिश करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। अमेरिकी न्याय विभाग के आरोप अनुसार, मर्चेंट ईरान में समय बिताने के बाद पाकिस्तान से जून में अमेरिका आया था। आसिफ़ एक आदमी से मिलने के इरादे से न्यूयॉर्क गया, जिससे वह हत्या करने वाला था। उसने दो हत्यारों को 5 हजार डॉलर की अग्रिम राशि भी दी। हमले की ऑर्डर देने के बाद आसिफ मर्चंट अमेरिका छोड़ने की योजना बना रहा था, जिसे एजेंसियों ने समय रहते पकड लिया। जाने से पहले उन्होंने हत्यारों से कहा था कि वह पाकिस्तान लौटने के बाद अगस्त और सितंबर में लक्ष्यों के नाम के साथ आगे के निर्देश देंगे। ब्रुकलिन पुलिस ने पास इस मामले को दर्ज कर लिया है।

मर्चेंट को काम पूरा करने के लिए न्यूयॉर्क शहर की यात्रा करने और एक शूटर के साथ काम करने के लिए कहा गया था।मर्चेंट ने कहा कि उन्हें उन लोगों को खत्म करने का काम सौंपा गया था जो ईरान और मुस्लिम दुनिया को नुकसान पहुंचा रहे थे। वह चाहता था कि हत्या से पहले रेकी करने के लिए एक महिला हो और पुलिस का ध्यान भटकाने के लिए 25 लोग हों।

बता दें, आरोपपत्र में डोनाल्ड ट्रम्प का नाम नहीं है, लेकिन कहा जा रहा है कि वह आरोपियों के निशाने पर थे। अमेरिकी अधिकारियों को डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की ईरान की साजिश का पता चलने के बाद पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आसिफ 12 जुलाई को हत्या की पूरी प्लानिंग कर अमेरिका को छोड़ने की तैयारी में था, पर उसने जिस शूटर को सुपारी दी वो अमेरिकी एजंट निकला, जिसके बाद आसिफ को पाकिस्तान लौटने से पहले पकड़ा गया।

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