नयी दिल्ली। सरकार ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेटेड करने की मुहिम में जुटी हुई है। इस बीच एक सरकारी पैनल ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को सिफारिश भेजी है कि जो लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हो गये हैं, उन्हें ठीक होने के 3 से 9 महीने बाद ही वैक्सीन लेनी चाहिए। राष्ट्रीय टीकाकरण तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) ने इस प्रस्ताव को अप्रूवल के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के पास भेजा है। पिछले सप्ताह इसी समूह के उस प्रस्ताव के मंजूरी दे दी गयी है, जिसमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड के दो डोज के बीच 12 से 16 सप्ताह का अंतराल रखने की बात कही गयी थी।
सरकार ने इसको लेकर एडवायजरी भी जारी कर दी है कि अब कोविशील्ड की पहले डोज और दूसरे डोज के बीच 12 से 16 सप्ताह का अंतर रखा जायेगा। मार्च में ही इस अंतर को 28 दिन से बढ़ाकर सरकार ने 6 से 8 सप्ताह किया था। इस मामले को देख रहे एक सरकार अधिकारी ने बताया कि सरकार के पास एक ऐसा प्रस्ताव भेजा गया है जिसमें कहा गया है कि जो लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं उन्हें कुछ ज्यादा समय के बाद ही टीके की पहली खुराक लगायी जाए। प्रस्ताव में कहा गया है कि कोविड पॉजिटिव के बाद रिकवर हुए लोगों को 3 से 9 महीने बाद टीके की पहली डोज दी जाए। एनटीएजीआई के इस सुझाव को कोविड-19 संबंधी राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह को भेजी जायेगी।