नकल ​​पर कसा शिकंजा: 10वीं और 12वीं के परीक्षा केंद्रों पर इंटरनेट सेवा बंद​ !

परीक्षा केंद्र के 100 मीटर के दायरे में सार्वजनिक फोन, एसटीडी, फैक्स, जेरॉक्स सेंटर, ई-मेल इंटरनेट सुविधा, लैपटॉप, मोबाइल, मीडिया जैसे संचार के सभी साधनों को बंद करने का आदेश दिया गया है​|​​

नकल ​​पर कसा शिकंजा: 10वीं और 12वीं के परीक्षा केंद्रों पर इंटरनेट सेवा बंद​ !

Crackdown on copying: Internet service stopped at 10th and 12th examination centers!

पुणे कलेक्टर ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा की पृष्ठभूमि में कड़े नियम तैयार किए हैं। पुणे जिला कलेक्टर डॉ.राजेश देशमुख ने अब पुणे जिले के परीक्षा केंद्र में इंटरनेट सेवा बंद करने का फैसला किया है। जिले में ग्रामीण क्षेत्रों के सभी उच्चतर माध्यमिक परीक्षा एवं माध्यमिक प्रमाण पत्र परीक्षा केन्द्रों पर कानून व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न न हो,​ ​परीक्षा केंद्र पर नकल​​ रोकने और परीक्षा सुचारू रूप से कराने के लिए ये सख्त नियम तैयार किए गए हैं।
निषेधाज्ञा 21 फरवरी सुबह 6 बजे से 25 मार्च 2023 सुबह 8 बजे तक जारी की गई है। 12वीं की परीक्षा 21 फरवरी से 21 मार्च तक और 10वीं की परीक्षा 2 मार्च से 25 मार्च तक होगी|​​ इन परीक्षाओं की पृष्ठभूमि में ये कड़े नियम तैयार किए गए हैं।

इन नियमों के अनुसार जिले के ग्रामीण माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक परीक्षा केन्द्र परिसर एवं उसके आसपास के 100 मीटर के दायरे में परीक्षा से संबंधित शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी के अलावा कोई भी निजी व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सकता है. परीक्षा केन्द्र परिसर में दो या दो से अधिक व्यक्तियों का एकत्र होना वर्जित है। यह आदेश संबंधित केंद्र पर परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों कोपरीक्षा के लिए नियुक्त अधिकारियों, कर्मचारियों, पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों, सुरक्षा अधिकारियों पर लागू नहीं।

परीक्षा केंद्र के 100 मीटर के दायरे में सार्वजनिक फोन, एसटीडी, फैक्स, जेरॉक्स सेंटर, ई-मेल इंटरनेट सुविधा, लैपटॉप, मोबाइल, मीडिया जैसे संचार के सभी साधनों को बंद करने का आदेश दिया गया है|​​

​शिक्षा मंत्री देशमुख ने आदेश देते कहा कि  ​
परीक्षा केंद्रों में मोबाइल, वायरलेस सेट, ट्रांजिस्टर, रेडियो, कैलकुलेटर, लैपटॉप और कोई भी इलेक्ट्रॉनिक सामान रखने और परिसर के 100 मीटर के दायरे में उनके इस्तेमाल पर रोक लगाने का भी आदेश दिया गया है। इस आदेश का उल्लंघन करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
 
यह भी पढ़ें-

​तुर्की भूकंप: मोबाइल टावर नष्ट , फिर भी कैसे संवाद कर रहे हैं NDRF के जवान?

Exit mobile version