बारिश ने ली महाराष्ट्र 84 लोगों की जान

अगले कई दिनों तक जारी रहेगी वर्षा  

बारिश ने ली महाराष्ट्र 84 लोगों की जान

महाराष्ट्र के हिंगोली और परभणी जिलों में भारी बरसात के चलते बाढ़ आ गई है। मुंबई, कोकण, पश्चिम महाराष्ट्र समेत राज्य के कई इलाकों में पिछले कुछ दिनों से जारी मूसलाधार बरसात के चलते 84 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं जबकि 66 जख्मी हुए हैं। साथ ही बाढ़ और जलजमाव से जुड़े हादसों के चलते राज्य में 180 जानवरों की भी मौत हुई है। सरकार के मुताबिक एनडीआरएफ की टीमें प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव के काम में जुटी हुईं हैं।

बरसात से जुड़े हादसों के चलते नाशिक विभाग में सबसे ज्यादा 12 लोगों की मौत हुई है जबकि 17 जानवरों ने भी जान गंवाई है। औरंगाबाद विभाग में जालना और लातूर जिलों में 3-3 लोगों की मौत हुई है। बीड जिले में आठ जानवर बाढ़ के पानी में बह गए हैं। अमरावती विभाग के अमरावती जिले में चार लोगों और 12 जानवरों की मौत हुई है। वाशिम जिले में भी बाढ़ के चलते 17 जानवरों ने अपनी जान गंवाई है।

नागपुर विभाग में नागपुर जिले में सबसे ज्यादा नौ लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा वर्धा जिले में बाढ़ के चलते चार लोगों और बीस जानवरों की मौत हुई है। कोकण विभाग के ठाणे में पांच जबकि मुंबई उपनगर में एक व्यक्ति की मौत हुई है। पालघर जिले में भी चार लोगों की मौत हुई है। कोकण विभाग में कुल 46 जावनरों की बाढ़ में फंसने के चलते मौत हुई है। पुणे और सातारा में भी 1-1 व्यक्ति की मौत हुई है जबकि पुणे जिले में 20 जानवरों की मौत हुई है।

एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमें तैनात: राज्य में बाढ़ के हालात को देखते हुए प्रभावित जिलों में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन दल और राज्य आपदा प्रबंधन दल की टुकड़ियां तैनात हैं। फिलहाल मुंबई के कांजुरमार्ग, घाटकोपर में एक-एक, रायगढ के महाड में दो, ठाणे, रत्नागिरी और कोल्हापुर में दो-दो टीमें, सातारा, सिंधुदुर्ग, पालघर में एक-एक टीमों को मिलाकर राज्य में एनडीआरएफ की कुल 13 टीमें तैनात हैं। इसके अलावा नांदेड, नाशिक जिलों में एक-एक और गडचिरोली जिले में एसडीआरएफ की दो टीमें तैनात हैं। इसके अलावा एसडीआरएफ की मुंबई में तीन, पुणे और नागपुर में एक-एक टीमें तैयार रखी गईं हैं।

संपत्ति का भी हुआ भारी नुकसान: लगातार बरसात के चलते राज्य के 29 गांव जलमग्न हैं। प्रभावित इलाकों से करीब सात हजार लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। लोगों के रहने के लिए 35 केंद्र बनाए गए हैं। बाढ और बरसात के चलते 44 घर पूरी तरह गिर चुके हैं जबकि 1368 क्षतिग्रस्त हुए हैं। अब तक महाराष्ट्र में 387 मिलीमीटर बरसात हो चुकी है। मुंबई-गोवा के बीच परशुराम घाट पर आवाजाही बंद कर दिया गया है।

कोंकण-मराठवाडा में जारी रहेगी बरसात: मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बुधवार को मराठवाडा के औरंगाबाद और जालना के कुछ इलाकों में भारी बरसात हो सकती है। इसके अलावा कोकण, मध्य महाराष्ट्र, उत्तर महाराष्ट्र, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र के कई इलाकों में अगले पांच दिनों तक भारी बरसात हो सकती है।

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