छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज संभाजी राजे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए राज्यसभा चुनाव न लड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि मैंने शिवसेना को साफ कर दिया था की मैं शिवसेना में शामिल नहीं हो सकता और निर्दलीय चुनाव लड़ना चाहता हूं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दो सांसदों को मेरे पास भेजा था। सीएम के फोन कॉल के बाद मैं उनसे मिलने गया था।
चुनाव लड़ने को लेकर ड्राफ्ट तैयार किया गया। वह मेरे मोबाइल में है। मेरी भूमिका स्पष्ट थी। शिवसेना के समर्थन से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ना तय हुआ था। मुंबई से कोल्हापुर पहुंचा तो पता चला संजय पवार की उम्मीदवारी घोषित कर दी गई। मुख्यमंत्री को कॉल किया पर उन्होंने मेरा फोन नहीं उठाया। मुझे उद्धव से यह उम्मीद नहीं थी। मुझे कई विधायकों के फोन आ रहे हैं। पर मैं चुनाव लडा तो हॉर्स ट्रेडिंग होगी। इसलिए मैंने चुनाव न लड़ने का फैसला किया है। राजे ने कहा की मेरे लिए सांसद का पद नहीं जनता महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अब स्वराज संगठन को बड़ा करना है। शनिवार से संभाजी ने महाराष्ट्र का दौरा करने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा की मुझे किसी पार्टी से द्वेष नहीं है।
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