मुंबई। सत्ता के लिए हिंदुत्व की तिलांजलि दे चुकी शिवसेना को अब हिंदू विरोधी राजनीति के सिरमौर दलों के साथ चुनाव लड़ने में कोई संकोच नहीं है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले द्वारा कांग्रेस के अकेले विधानसभा चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद अब शिवसेना कांग्रेस पर दबाव बनाने में जुट गई है। शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता संजय राऊत ने कहा कि कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी तो शिवसेना-राकांपा को एक साथ मिलकर चुनाव लड़ना होगा। इसका चमत्कार महाराष्ट्र में दिखाई देगा। शिवसेना सांसद संजय राऊत ने कहा है कि अगर भविष्य में शिवसेना और राकांपा ने मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा तो महाराष्ट्र में चमत्कार हो जाएगा। राऊत का यह बयान शिवसेना ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के अगला विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने के बयान पर पलटवार माना जा रहा है।
शिवसेना का कहना है कि कांग्रेस अपने दम पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी तो महाराष्ट्र के हित का विचार करते हुए शिवसेना और राकांपा को एकजुट होकर लड़ना होगा।शिवसेना पक्ष प्रमुख तथा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने ऐसा ऐलान पहले ही किया है।वहीं पत्रकारों से बातचीत में राऊत ने कहा कि प्रदेश में भाजपा के प्रमुख नेता अपने दम पर अगला चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पटोले ने कहा है कि पार्टी महाविकास आघाडी सरकार में रहेगी, लेकिन अगला चुनाव अपने ताकत पर लड़ेगी। इससे दो पार्टियां शिवसेना और राकांपा बच गई है। दोनों दलों ने कभी नहीं कहा कि हम अकेले दम पर चुनाव लड़ेंगे। हम आने वाले दिनों में सोचेंगे कि क्या करना है।