इस बीच, परीक्षा के दौरान नकल से बचने के लिए सिटिंग टीम स्कूल में पेपर की पूरी अवधि के लिए बैठेगी। सिटिंग टीम में कम से कम चार सदस्य होंगे। उनमें से दो प्रत्येक परीक्षा ब्लॉक से चक्कर लगाएंगे, दो सदस्य परीक्षा केंद्र परिसर में चौकसी रखेंगे।
यदि परीक्षा हॉल में नकलची पाए जाते हैं, तो टीम को ध्यान देना चाहिए और इसे केंद्र निदेशक के ध्यान में लाना चाहिए। साथ ही पुलिस को आवश्यक निर्देश दिए जाएंगे। अगर परीक्षा केंद्र के बाहर नकल कराने वालों का गिरोह है तो उस पर काबू पाने के लिए पुलिस की मौजूदगी रहेगी। औरंगाबाद मंडल के पांच जिलों जालना, बीड, परभणी, हिंगोली, औरंगाबाद से 12वीं के 1 लाख 78 हजार 499 और 10वीं के 1 लाख 66 हजार 964 विद्यार्थी परीक्षा देने जा रहे हैं|
इन परीक्षाओं को नकल विहीन एवं पारदर्शी माहौल में कराने की जिम्मेदारी जिला सतर्कता समिति की होगी। इन परीक्षाओं की पृष्ठभूमि में जिला सतर्कता समिति, जिला प्रशासन, जिला पुलिस प्रशासन, शिक्षा विभाग पारदर्शी एवं भयमुक्त वातावरण में परीक्षा कराने के लिए मुस्तैद रहेगा| कलेक्टर की अध्यक्षता में सतर्कता समिति का गठन किया जायेगा|
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