मुंबई। एनसीबी की करवाई के बाद महाराष्ट्र की महा आघाडी सरकार ड्रग्स माफिया को बचाने में लगी है। प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता विधायक राम कदम ने सवाल उठाए हैं कि ड्रग्स मामले में प्रभाकर का इंटरव्यू करने के पीछे महाराष्ट्र सरकार के किस महान नेता का अदृश्य हाथ था ? कौन से होटल में यह इंटरव्यू किया गया ? क्या ड्रग्स माफिया को बचाना मकसद था ? या हफ्ता वसूली निरंतर चालू रहे इस कारण एनसीबी को बदनाम करना यह एक षड्यंत्र हैं ?
कदम ने कहा कि क्या प्रभाकर को धमकाकर या लालच देकर उसे वसूली षड्यंत्र का हिस्सा बनाया गया ? प्रभाकर का वर्त्तमान आंका कौन ? 22 दिनों से वह किन किन लोगों के संपर्क में था। इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। भाजपा विधायक ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि बड़े जो सरकार में बैठे लोग ड्रग्स माफियाओ का खुल कर समर्थन क्यों कर रहे हैं। इस लिए इस सरकार से उम्मीद करना बेकार है। इस कारण इस आरोप की सीबीआई जांच होनी चाहिए। अन्यथा देश के सभी ईमानदार अफसर हतोत्साहित होंगे। अफ़सरों में ग़लत संदेश जाएगा और उनका मनोबल टूटेगा। कदम ने कहा कि क्रूज ड्रग्स मामले में कुछ लोगों के पकड़े जाने के बाद के बाद महाराष्ट्र सरकार के नेता इस मामले में इतना रुचि क्यो ले रहे हैं?