सीरिया, तुर्की में 7.5 तीव्रता का भूकंप आया और भूकंप से वहां सब कुछ हिल गया। इस भूकंप में हजारों लोगों की जान चली गई थी। तो अगर मुंबई में इस तरह का भूकंप आता है तो दो करोड़ की आबादी वाली मुंबई कितनी सुरक्षित है? हर किसी का यह सवाल होता है। इसीलिए मुंबई आईआईटी और कुछ विशेषज्ञों ने अध्ययन कर मुंबई भूकंप के संबंध में एक रिपोर्ट तैयार की है।
भूकंपीय मानचित्र पर मुंबई भूकंप की दृष्टि से जोन 3 में स्थित है। इसका मतलब यह है कि मध्यम जोखिम वाले क्षेत्र के रूप में वर्गीकृत होने के बावजूद, इसे अपने उच्च जनसंख्या घनत्व के कारण क्षति और जीवन की हानि के लिए अत्यधिक संवेदनशील माना जाता है। पनवेल से उत्तर की ओर कोपरखैरने और भिवंडी तक पृथ्वी की पपड़ी के माध्यम से चलने वाली सक्रिय दोष रेखाएँ हैं। भ्रंश रेखाएं वे क्षेत्र हैं जहां दो टेक्टोनिक प्लेटें मिलती हैं और गतिमान होती हैं। जो भूकंपीय गतिविधि का कारण बन सकता है। मुंबई और उसके आसपास ऐसी कुल 31 फॉल्ट लाइनें हैं।
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