उत्तर प्रदेश सरकार इस साल ‘हर घर तिरंगा अभियान-2025’ को जन आंदोलन के रूप में स्थापित करने की दिशा में जुट गई है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले इस राष्ट्रीय अभियान को व्यापक स्तर पर सफल बनाने के लिए प्रशासनिक स्तर से लेकर आमजन की भागीदारी तक हर पहलू पर जोर दिया जा रहा है।
शनिवार (2 अगस्त) को मुख्य सचिव एस.पी. गोयल ने सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि इस बार का अभियान केवल औपचारिकता न होकर जनता की भावना से जुड़ा एक व्यापक उत्सव बने। इसके लिए 4.6 करोड़ से अधिक तिरंगे फहराने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
मुख्य सचिव ने कहा कि जन-जागरूकता और सहभागिता बढ़ाने के लिए पूरे प्रदेश में बाइक और साइकिल रैलियों, युवा परेडों तथा भव्य तिरंगा यात्राओं का आयोजन किया जाएगा। स्कूलों, कॉलेजों, स्मारकों व प्रमुख सार्वजनिक स्थलों को तिरंगा-थीम पर आधारित लाइटिंग, रंगोली और भित्ति चित्रों से सजाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही ‘सेल्फी विद तिरंगा’ जैसे अभियानों के माध्यम से आम जनता को भावनात्मक रूप से जोड़ा जाएगा।
तिरंगे के निर्माण और वितरण की प्रक्रिया में भी स्थानीय सहभागिता को बढ़ावा दिया जा रहा है। स्वयं सहायता समूह, गैर-सरकारी संगठन (NGO), सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (MSME) तथा खादी ग्रामोद्योग को सक्रिय रूप से जोड़ा जाएगा ताकि तिरंगे का उत्पादन भी स्वदेशी और सामुदायिक भावना से संचालित हो। मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि हर नागरिक को झंडा संहिता का पालन करते हुए पूरे सम्मान के साथ तिरंगा फहराना चाहिए और किसी भी स्थिति में राष्ट्रीय ध्वज का अपमान न हो।
अभियान के दौरान स्वतंत्रता संग्राम के गौरवशाली क्षणों को भी याद किया जाएगा। विशेष रूप से काकोरी ट्रेन एक्शन की 100वीं वर्षगांठ पर 8 अगस्त को पूरे राज्य में समारोह आयोजित होंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मुख्य कार्यक्रम काकोरी में होगा, जिसका सजीव प्रसारण सूचना विभाग के माध्यम से सभी जिलों में किया जाएगा।
8 और 9 अगस्त को सैनिकों और सुरक्षा बलों को ‘तिरंगा राखी’ बांधने तथा सीमाओं पर राखियां भेजने की पहल भी डाक विभाग के सहयोग से की जाएगी।
संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम के अनुसार, यह अभियान तीन चरणों में 2 अगस्त से 15 अगस्त तक संचालित होगा। पहले चरण में सजावट और जागरूकता, दूसरे चरण में जन सहभागिता और मेलों का आयोजन तथा अंतिम चरण में ध्वजारोहण और तिरंगा लाइटिंग की गतिविधियां प्रमुख होंगी।
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