पुणे। भारत में 1 मई से 18 साल से ऊपर के लोगों लिए शुरू किये टीकाकरण अभियान पर ग्रहण लग सकता है सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ ने इस बात का खुद खुलासा किया है। उनका कहना है कि इतने मात्रा में वैक्सीन इतनी जल्दी उपलब्ध करा पाना मुश्किल है। उन्होंने यह यह बता कि हाल ही केंद्र सरकार ने वैक्सीन उत्पादन क्षमता बढ़ाने के 3,000 करोड़ रुपये एडवांस दिए हैं। सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अडार पूनावाला ने कहा है कि भारत को अगले कुछ महीनों तक वैक्सीन की कमी का सामना करना पडी सकता है। उन्होंने कहा कि 10 करोड़ वैक्सीन निर्माण की क्षमता जुलाई से पहले नहीं बढ़ने वाली है।
बता दें कि देश में 6 से 7 करोड़ वैक्सीन का उत्पादन हो रहा है। साक्षात्कार में अडार पूनावाला ने कहा कि उन्होंने ऑर्डर की कमी के कारण पहले क्षमता का विस्तार नहीं किया था। इसकी वजह से वैक्सीन की कमी जुलाई तक बनी रहेगी। उन्होंने कहा, “कोई ऑर्डर नहीं था। हमें नहीं लगता था कि हमें एक साल में 100 करोड़ से अधिक खुराक बनाने की जरूरत है।” उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारियों को जनवरी में दूसरी लहर की उम्मीद नहीं थी। “हर कोई वास्तव में महसूस कर रहा था लिए कि भारत में महामारी खत्म होने के कगार पर है। ” उन्होंने बताया कि पिछले महीने, केंद्र सरकार ने क्षमता विस्तार की सुविधा के लिए सीरम इंस्टीट्यूट को 3,000 करोड़ रुपये एडवांस दिए। बता दें कि भारत में 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए टीकाकरण लगाया है। कई राज्यों में कमी के कारण टीकाकरण शुरु नहीं पाया है।