मुंबई। सुप्रीम कोर्ट द्वारा मराठा आरक्षण रद्द किए जाने से नाराज मराठा समाज द्वारा फिर से महाराष्ट्र में मराठा मोर्चा निकाले जाने के एलान से परेशान सत्ता पक्ष अब विपक्षी दल भाजपा पर दोषारोपण की शुरुआत है। मराठा आरक्षण के लिए बनाई गई मंत्रिमंडल की उप समिति के प्रमुख पीडब्लूडी मंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि विपक्ष के कुछ नेता मराठा समाज को भड़का रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में राजनीतिक लाभ के लिए ऐसा नहीं करना चाहिए। गुरुवार को बीड में मराठा समाज की बैठक में आगामी 16 मई के बाद राज्यभऱ में फिर से मराठा मोर्चा निकाले जाने का फैसला हुआ। बीड़ जिले में पहला मोर्चा निकाला जाएगा।
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चव्हाण ने कहा कि कुछ लोग मराठा समाज को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल जैसा खेल महाराष्ट्र में न खेलें। पीडब्लूडी मंत्री अशोक चव्हाण ने गुरुवार की शाम अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कुछ लोग मराठा समाज को गलत जानकारी दे रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने इसलिए मराठा आरक्षण को खारिज कर दिया क्योंकि केंद्र सरकार द्वारा संविधान के 102 वें संशोधन और फडणवीस सरकार की तरफ से गठित गायकवाड आयोग की रिपोर्ट के आधार पर मराठा आरक्षण नहीं दिया जा सकता।
क्योंकि इसके तहत केवल आपात व असाधारण स्थिति में ही ऐसा किया जा सकता है और मराठा आरक्षण के लिए कोई आपात स्थिति नहीं थी। इस लिए इसके तहत मराठा आरक्षण नहीं दिया जा सकता। लेकिन अब कुछ लोग गलत जानकारी देकर महा विकास आघाडी सरकार को परेशानी में लाना चाहते हैं। ये लोग कोरोना काल में अपने राजनीतिक लाभ के लिए लोगों की सेहत के साथ खिलवाड कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री चव्हाण ने लोगों से अपील की है कि वे किसी के बहकावे में न आए। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसले भले ही हमारे खिलाफ आया है लेकिन अभी कानूनी लड़ाई समाप्त नहीं हुई है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के माध्यम से राष्ट्रपति द्वारा मराठा आरक्षण की मान्यता का रास्ता दिखाया है।
दो दिनों में बैठक
अगले दो दिनों में मराठा आरक्षण उप समिति की बैठक होगी। इस बैठक में मराठा आरक्षण के लिए विकल्पों पर विचार किया जाएगा। चव्हाण ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बयान पर कहा कि यदि हमें भाजपा को मराठा आरक्षण का श्रेय लेने से रोकना होता तो उस वक्त ही हम इसका समर्थन नहीं करते। हमने तत्कालिन भाजपा सरकार को मराठा आरक्षण के लिए पूरा समर्थन दिया था। चव्हाण ने कहा कि भाजपा को श्रेय लेना है तो वह केंद्र सरकार की मदद से मराठा आरक्षण दिलाए।