भंडार्ली में 4 हेक्टेयर जमीन पर विचार: मनपा का इस संबंध में समीप के भंडार्ली गांव में चार हेक्टेयर जमीन पर विचार चल रहा है। साथ ही, प्रशासन इस जमीन को न्यूनतम 10 साल के लिए लीज पर लेने की मशक्कत कर रहा है। रेडी रेकनर रेट पर प्लॉट की मौजूदा कीमत करीब 12 करोड़ रुपये है। लेकिन जमीन मालिक ने बाजार भाव से 92 करोड़ रुपये की मांग की है। मनपा के पास इसके अलावा कोई विकल्प भी नहीं है।
कचरा निपटान प्रोजेक्ट तक नहीं: वैसे तो ठाणे मनपा ने कई फैंसी और हाईटेक प्रोजेक्ट लाए हुए हैं, लेकिन हैरत की बात है कि सादा डंपिंग ग्राउंड तक वह अब तक नहीं बना पाई है। ठाणे मनपा के पास सादा वैज्ञानिक तरीके से कचरे के निपटान का तक कोई प्रोजेक्ट नहीं है।
बीते साल हुआ था प्रस्ताव पारित: दिवा के डंपिंग ग्राउंड क्षमता समाप्त हो चुकी है और फिलहाल यहां हर तरफ कचरे की बदबू फैल रही है। इसी संबंध में दिवावासियों के प्रतिनिधिमंडल ने महापौर समेत पालक मंत्री से मुलाकात की थी। लिहाजा तब जाकर प्रशासन को इस बारे में हलचल करनी पड़ी है। दिसंबर, 2020 में मनपा की बैठक में इसके लिए वैकल्पिक भूखंड खोजने का प्रस्ताव पारित किया गया था। लेकिन मनपा प्रशासन अभी तक कोई ठोस प्रक्रिया तक नहीं पहुँच पाया है। फिलहाल मनपा प्रशासन रेडी रेकनर रेट या बाजार भाव पर इस जगह को लेने से कतरा रहा है।
92 करोड़ के बोझ को लेकर क्यों अटका है दिवा डंपिंग ग्राउंड का मसला,पढ़ें
ठाणे। ठाणे मनपा के दिवा डंपिंग ग्राउंड को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया अब रफ्तार पकड़ती नजर आ रही है। खास बात यह है कि 92 करोड़ रुपये का बोझ मनपा की तिजोरी पर पड़ेगा। रेडी रेकनर बाजार मूल्य के मुद्दे पर यह सब अभी अटका हुआ है।