साल 2022 के 365 दिनों में चंद्रपुर की जनता के लिए सिर्फ 29 दिन ही प्रदूषण मुक्त रहे हैं| तो 336 दिन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक रहे हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और महाराष्ट्र प्रदूषण बोर्ड द्वारा प्रतिदिन 24 घंटे की जाने वाली वायु गुणवत्ता की निगरानी से ये आंकड़े सामने आए हैं। इस बीच साफ है कि साल 2021 के मुकाबले साल 2022 में प्रदूषण बढ़ा है।
2021 में 365 दिनों में से कुल 234 दिन प्रदूषित और 102 दिन स्वस्थ रहे, जबकि चंद्रपुर में वर्ष 2022 में 365 दिन 336 दिन प्रदूषित और केवल 29 दिन स्वस्थ रहे। 164 दिन मध्यम प्रदूषण की श्रेणी में, 150 दिन मध्यम प्रदूषण की श्रेणी में, 20 दिन अति प्रदूषित की श्रेणी में और दो दिन हानिकारक प्रदूषण की श्रेणी में हैं।
शहर में प्रदूषण की कोई खतरनाक श्रेणी नहीं बताई गई है।चंद्रपुर जिले के साथ ही शहर व औद्योगिक क्षेत्र खुटाला में दो स्थानों पर लगातार वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों से वायु प्रदूषण पर नजर रखी जा रही है|उक्त आंकड़े केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सिटी सेंटर के हैं।
हालांकि सुरेश चोपाने ने कहा कि यह सरकारी तंत्र द्वारा लिया गया रिकॉर्ड है,लेकिन कई जगहों पर प्रदूषण इससे भी ज्यादा है। पर्यावरण विशेषज्ञ और ग्रीन प्लैनेट सोसाइटी के अध्यक्ष प्रो.चंद्रपुर के मुताबिक जिले के चार औद्योगिक क्षेत्रों में घुग्गस और राजुरा में प्रदूषण अधिक है।
चंद्रपुर जिले में सतत विकास के लिए प्रो. सुरेश चोपने ने कहा कि फरवरी, मार्च, अप्रैल, मई के गर्मी के महीनों में भी अधिक प्रदूषण पाया गया। फरवरी माह के 28 दिनों में से 28 दिन प्रदूषित होते हैं। मार्च में 31 में से 31 दिन, अप्रैल में 30 में से 30 दिन और मई में 31 में से 31 दिन। नतीजतन, गर्मियों में कुल 120 दिनों का प्रदूषण होता है।
प्रशासन को न केवल एक कार्य योजना तैयार करनी चाहिए बल्कि जमीन पर तत्काल प्रदूषण निवारण योजना लागू करनी चाहिए।
यह भी पढ़ें-
धनंजय मुंडे की कार का एक्सीडेंट, उनकी छाती पर लगी चोट, खतरे से बाहर!