एक इंटरव्यू के दौरान, एक लड़की ने आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और राजनितिक विश्लेषक योगेंद्र यादव से पूछा, आपने अपना नाम सलीम से क्यों बदला, रखते क्यों नहीं, फिर अब आपको अपना नाम बदलने की क्या ज़रूरत है। यह वीडियो अभी वायरल हो रहा है। योगेंद्र यादव का बचपन में नाम सलीम था। लेकिन बाद में स्कूल में उन्हें इस नाम की वजह से चिढ़ाया जाता था, इसलिए उन्होंने इसे बदलकर योगेंद्र रख लिया। यही बात लड़कियों ने उनसे पूछी।
लड़की ने कहा कि जब वह बच्चे थे, तो उनका नाम सलीम था, फिर आपने इसे बदल दिया क्योंकि बच्चे आपको चिढ़ाते थे। तो अब फिर से सलीम नाम रखने में क्या दिक्कत है? इस पर योगेंद्र यादव ने कहा, मैं इसे अब क्यों बदलूं। क्या आप अपना नाम बदलेंगे? इस पर लड़की ने कहा, मैं अपना नाम क्यों बदलूं, मेरा नाम तो वही है जो जन्म के समय था।
Tx:
yes, my birth name was Salim. I changed it after the mocking but soon I realised Yadav title helps me push a stronger narrative; for my community. now it’s my bread-and-butter. can’t change it back. hell with my real identity.pic.twitter.com/ezA5XlJFIL— The Hawk Eye (@thehawkeyex) November 28, 2025
दरअसल योगेंद्र यादव के दादा को मुस्लिम भीड़ ने मार डाला था। कहा जाता है की 1936 के हिंदू-मुस्लिम दंगों के दौरान, उनके दादा स्कूल के हेडमास्टर राम सिंह की हत्या कर दी गई थी, जब वे एक मुस्लिम भीड़ को स्कूल में घुसने से रोकने की कोशिश कर रहे थे। उसके बाद, योगेंद्र यादव के पिता, जो गांधीवादी और धर्मनिरपेक्ष तत्वों पर चलते थे, उन्होंने अपने बेटे योगेंद्र का नाम बदलकर सलीम रख दिया, जबकि उनकी बहन नीलम का नाम बदलकर नजमा रख दिया।कहा जाता है बंटवारे के दौरान हुए दंगों के बाद, योगेंद्र यादव के पिता को लगा कि अपने बच्चों को मुस्लिम नाम देने से वे दंगों से बच जाएंगे। इसलिए नाम बदल दिए गए।
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