कर्नाटक सेक्स स्कैंडल मामले में आरोपी प्रज्वल रेवन्ना को 31 मई को बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया और कोर्ट ने उन्हें 6 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया| प्रज्वल रेवन्ना पर कर्नाटक में कई महिलाओं का यौन शोषण करने का आरोप है| चर्चा है कि इस मामले में कथित सेक्स वीडियो की पेन ड्राइव भी सामने आ गई है| कर्नाटक सरकार ने पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है|
आरोपी की गिरफ्तारी के बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है| हालांकि, यह बात सामने आई है कि प्रज्वल रेवन्ना एसआईटी को जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं| इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि सेक्स स्कैंडल मामले में आरोपी प्रज्वल रेवन्ना एसआईटी के सवालों से बच रहे हैं और जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं| एसआईटी की टीम आज या सोमवार को आरोपी प्रज्वल रेवन्ना को घटनास्थल पर ले जाकर जांच कर सकती है|
जानकारी के अनुसार, गिरफ्तारी के बाद कोर्ट ने प्रज्वल रेवन्ना को 6 जून तक रिमांड पर भेज दिया है| इसके बाद जब मामले की जांच चल रही थी तो प्रज्वल रेवन्ना ने एसआईटी के सवालों का बेबाकी से जवाब दिया| साथ ही प्रज्वल रेवन्ना का कहना है कि ये मेरे खिलाफ साजिश है और मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है|
इस बीच इस मामले में प्रज्वल रेवन्ना की मां से भी पूछताछ होने की संभावना है| पुलिस ने उन्हें नोटिस जारी किया था| हालांकि, वह पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुईं। साथ ही जब पुलिस ने उनके आवास पर जाकर पूछताछ की तो वे वहां नहीं मिले| तो अब भवानी रेवन्ना की भी मुश्किलें बढ़ने की संभावना है| अगर वह पूछताछ से बचेंगे तो संभावना है कि एसआईटी उन्हें भी गिरफ्तार कर लेगी|
क्या है असली मामला?: एक महीने पहले कर्नाटक में चुनाव के बाद सेक्स स्कैंडल मामला सुर्खियों में आया था| प्रज्वल रेवन्ना के ड्राइवर ने इन सभी क्लिप वाली पेन ड्राइव पुलिस को सौंप दी थी| इसके बाद पुलिस प्रज्वल रेवन्ना की तलाश में जुट गई| हालांकि, तब तक वह विदेश भाग चुका था। उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया था|
पिछले एक महीने से उसका कोई पता नहीं चल रहा था| साथ ही पूरे मामले पर उनकी ओर से कोई टिप्पणी या दलील नहीं दी गई| इसके बाद जब वह 31 मई को भारत लौटे तो पुलिस ने प्रज्वल रेवन्ना को गिरफ्तार कर लिया| प्रज्वल रेवन्ना पर कई महिलाओं का यौन शोषण करने का आरोप है|
यह भी पढ़ें-
क्या सच होगा भाजपा का ‘400 पार’ नारा? क्या हैं एग्जिट पोल के बारे में?