मराठवाड़ा के हाई-वोल्टेज चुनाव वाले बीड निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार आंधी अगले कुछ घंटों में थम जाएंगी। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 मई को बीड लोकसभा क्षेत्र के अंबेजोगाई में एक सार्वजनिक बैठक की थी और पंकजा मुंडे को जिताने की अपील की थी|बीड की एक सभा में नरेंद्र मोदी ने दिवंगत गोपीनाथ मुंडे को याद किया| बाद में, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज बीड में पंकजा के लिए एक सार्वजनिक बैठक की।
इस दौरान उन्होंने गोपीनाथ मुंडे की भी यादें ताजा कीं और कहा कि पंकजा मेरे लिए बेटी की तरह थीं|गडकरी के इस वाक्य पर दर्शकों ने खूब तालियां बजाईं| गडकरी ने बीड में विकसित भारत, विकास कार्यों, कांग्रेस के कार्यकाल, मोदी के कार्यकाल समेत जातिगत मुद्दे पर भी टिप्पणी की|
पंकजा मुंडे के किले में नितिन गडकरी ने दिवंगत गोपीनाथ मुंडे और प्रमोद महाजन को याद किया|पंकजा मेरे लिए बेटी की तरह है।’ पंकजा निपुण हैं, न केवल वह मुंडे सर की बेटी के रूप में बड़ी हैं, बल्कि उनमें कार्य करने का साहस भी है। उनमें वाकपटुता, उपलब्धि और नेतृत्व क्षमता है। अब आपके लिए पंकजा लड़ रही हैं। अगर पंकजा सांसद बनती हैं तो वह महाराष्ट्र के विकास में बड़ा योगदान दे सकती हैं। गडकरी ने बीड से अपील की कि यदि आप इस जिले और निर्वाचन क्षेत्र का विकास करना चाहते हैं, तो कमल का बटन दबाएं और पंकजा को चुनें।
सोनावणे पर निशाना: छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे भगवान हैं, डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर हमारी प्रेरणा हैं| समानता का संदेश देने वाले महात्मा फुले हमारे आदर्श हैं। मैं तीसरी बार चुनाव लड़ रहा हूं, तीसरी बार चुना जाऊंगा| नितिन गडकरी ने नागपुर में जीत का भरोसा जताते हुए कहा है कि वह 101 प्रतिशत के साथ चुने जाएंगे, वह लाखों वोटों से चुने जाएंगे| साथ ही, मैंने अपने लोगों से कहा है, नागपुर मेरा परिवार है, मैं नागपुर का हूं, लोग मेरा परिवार हैं।
मुझमें ये कहने की हिम्मत है, जो करेगा जात की बात, उसे पड़ेगी कस के लात: नितिन गडकरी ने बिना नाम लिए बजरंग सोनावणे पर निशाना साधा| जाति-पात-धर्म-पंथ-भाषा का विचार नहीं करना चाहिए, दिल का ऑपरेशन कराना हो तो मेरी जाति में जाने की सोचते हो, कुछ खाना हो तो सोचते हो?
नितिन गडकरी ने कहा कि पंकजा को विकास की सोच रखने वाली नेता चुना जाना चाहिए| बीड बाइपास, रिंग रोड, स्लीप रोड के साथ-साथ फ्लाईओवर का भी कार्य अवश्य कराया जाएगा। लेकिन, अगर आप पंकजा को चुनते हैं तो ही मेरे पास आएं, अन्यथा न आएं, गडकरी ने कड़ी चेतावनी भी दी। क्योंकि, मैं जो कहता हूं वो करता हूं, जो करता हूं वो कहता हूं।
यह भी पढ़ें-
सुप्रीम कोर्ट: केजरीवाली को मिली जमानत, दूसरी ओर हेमंत सोरेन को लगा झटका!