इस साल के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अपना ज्यादातर लक्ष्य उत्तर प्रदेश के साथ-साथ महाराष्ट्र में केंद्रित किया है| यूपी में 80 लोकसभा सीटें हैं और महाराष्ट्र में 48 सीटों पर चुनाव हो रहा है|हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले दो चुनावों के मुकाबले इस साल ज्यादा बैठकें कर रहे हैं|महाराष्ट्र की 48 सीटों में से मोदी 16 सीटों पर सभाएं कर रहे हैं| पहले तीन चरण के चुनाव के लिए मोदी ने बड़ी संख्या में सभाएं कीं और अब कल से चौथे चरण के उम्मीदवारों के लिए भी मोदी की सभाएं हो रही हैं|
इसलिए विरोधी आलोचना कर रहे हैं कि मोदी को सबसे ज्यादा सभाएं महाराष्ट्र में करनी पड़ रही हैं, क्योंकि वहां भाजपा महागठबंधन के लिए अनुकूल माहौल नहीं है|इसी के तहत देवेन्द्र फडणवीस से राशन मांगा गया।उस पर उन्होंने जवाब देते हुए यह भी बताया कि महायुति को महाराष्ट्र में कितनी सीटें मिलेंगी|फडणवीस ने कहा, हमें सफलता का पूरा भरोसा है|मोदी ने जितनी बैठकें 2014 और 2009 में की थीं, उतनी ही बैठकें इस साल भी हो रही हैं|
महायुती महाराष्ट्र में 40 से अधिक सीटें जीतेगी: क्या आपको लगता है कि महायुति 2014, 2019 के लोकसभा चुनावों की तुलना में महाराष्ट्र में अधिक सीटें जीतेगी? ऐसा प्रश्न पूछा गया| उस पर भी उन्होंने अपनी स्थिति स्पष्ट की| मुझे यकीन है, लोग मोदी के पीछे हैं। मोदी का 10 साल का रिकॉर्ड देखने के बाद 2019 में हम सीट बरकरार रखेंगे| इससे भी बड़ी बात यह है कि फडणवीस ने यह विश्वास जताया है कि वह 40 से ज्यादा सीटें जरूर जीतेंगे|
इसलिए मोदी ने साफ कर दिया कि ‘कल को अगर उद्धव ठाकरे को निजी तौर पर किसी मदद की जरूरत होगी तो मैं उनकी मदद करूंगा, लेकिन राजनीतिक तौर पर नहीं|’ क्योंकि उद्धव ने बाला साहेब के विचारों को त्याग दिया है| फडणवीस ने साफ कह दिया है कि बाकी सवाल ये है कि दोबारा मेल-मिलाप की कोई संभावना नहीं है|
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