अधीर रंजन चौधरी का बयान, ‘ममता बनर्जी से भीख नहीं मांगी’, ‘इंडिया अलायंस’ विवाद कगार पर?
पश्चिम बंगाल कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है| अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ममता बनर्जी ये भारत अघाड़ी नहीं चाहतीं|वह पीएम मोदी की सेवा में लगी हुई हैं|
Team News Danka
Updated: Thu 04th January 2024, 03:40 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ देशभर में कई विपक्षी दलों ने मिलकर इंडिया अघाड़ी का गठन किया है। कहा जा रहा था कि भारत अघाड़ी में सबकुछ ठीक है और आगामी लोकसभा चुनाव के लिए जल्द ही सीटों का बंटवारा हो जाएगा| इस तरह इंडिया अलायंस में दो बड़ी पार्टियों के बीच विवाद चरम पर पहुंच गया है|पश्चिम बंगाल कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है|अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ममता बनर्जी ये इंडिया अलायंस नहीं चाहतीं|वह पीएम मोदी की सेवा में लगी हुई हैं|
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने अपनी सहयोगी कांग्रेस को सिर्फ दो सीटें देने पर टिप्पणी की है| बाकी सीटों पर तृणमूल के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे| कांग्रेस को सिर्फ दो सीटें देने की बात करते हुए तृणमूल ने 2019 के लोकसभा चुनाव का हवाला दिया था| 2019 के चुनाव में पश्चिम बंगाल में तृणमूल को 43 फीसदी वोट मिले थे|वहीं, उनकी पार्टी ने राज्य की 42 में से 22 सीटों पर जीत हासिल की थी|ऐसे में ममता बनर्जी की पार्टी ने मांग की है कि राज्य में तृणमूल को सीटें साझा करने का अधिकार दिया जाना चाहिए|
कांग्रेस ने तृणमूल के सीट आवंटन फॉर्मूले पर आपत्ति जताई है| कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा, मुझे नहीं पता कि किसने ममता बनर्जी से दो सीटों की भीख मांगी| हमने उनसे भीख नहीं मांगी| ममता बनर्जी खुद कहती हैं कि वह ये गठबंधन चाहती हैं,लेकिन हमें उनकी दया नहीं चाहिए| हम अपनी ताकत पर चुनाव लड़ेंगे| अधीर रंजन चौधरी ने कहा, दरअसल ममता बनर्जी ये मोर्चा नहीं चाहतीं|वे केवल मोदी की सेवा में व्यस्त हैं।’
सूत्रों ने बताया है कि लोकसभा सीटों का आवंटन पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में मिले वोटों के आधार पर किया जाएगा| 2019 के चुनाव में कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल की सभी 42 सीटों पर चुनाव लड़ा| लेकिन, उनमें से वे सिर्फ दो सीटें ही जीत सके| मालदा और बेरहामपुर नामक दो सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार चुने गए। इस चुनाव में देश की सबसे पुरानी पार्टी को सिर्फ 5.67 फीसदी वोट मिले| कांग्रेस को सीपीआई (एम) से कम वोट मिले| 2019 के लोकसभा चुनाव में सीपीआई (एम) पार्टी को 6.33 फीसदी वोट मिले थे|