ठाणे छोड़िए, वर्ली में जीत गए तो भी आदित्य ठाकरे को झटका लगेगा – सचिन अहीर

संजय शिरसाट ने दावा किया है कि वर्ली विधानसभा क्षेत्र में आदित्य ठाकरे की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले विधायक सचिन अहीर और सुनील शिंदे आने वाले समय में शिंदे गुट में शामिल हो सकते हैं|

ठाणे छोड़िए, वर्ली में जीत गए तो भी आदित्य ठाकरे को झटका लगेगा – सचिन अहीर

Leave Thane, Aditya Thackeray will be shocked even if he wins in Worli - Sachin Ahir

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से लड़ने के लिए ठाणे आए पूर्व मंत्री और ठाकरे गुट के नेता आदित्य ठाकरे अपने वर्ली विधानसभा क्षेत्र में हंगामे की तैयारी कर रहे हैं। इस संबंध में मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए शिंदे गुट के विधायक संजय शिरसाट ने अहम बयान दिया|संजय शिरसाट ने दावा किया है कि वर्ली विधानसभा क्षेत्र में आदित्य ठाकरे की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले विधायक सचिन अहीर और सुनील शिंदे आने वाले समय में शिंदे गुट में शामिल हो सकते हैं|

आदित्य ठाकरे से सब थक चुके हैं। सुनील शिंदे और सचिन अहीर भी शिंदे के गुट में शामिल हो सकते हैं। वर्ली विधानसभा क्षेत्र में सचिन अहीर और सुनील शिंदे का अपना दम है। इन दोनों के दम पर आदित्य ठाकरे वर्ली में चुने गए थे। तो सचिन अहीर भी कल शिंदे की टीम से जुड़ेंगे| संजय शिरसाट ने कहा कि अगर वह शिंदे समूह से जुड़ते हैं तो उनका स्वागत किया जाएगा| संजय शिरसाट के इस बयान से राजनीतिक हलकों में बहस छिड़ गई है|

आदित्य ठाकरे से पहले सुनील शिंदे वर्ली विधानसभा क्षेत्र से जीते थे| इस क्षेत्र में सचिन अहीर का सम्मान करने वालों का एक बड़ा तबका भी है। 2019 में उद्धव ठाकरे और शिवसेना के नेताओं ने वर्ली विधानसभा क्षेत्र के अखाड़े में आदित्य ठाकरे की ठीक से स्क्रीनिंग की थी।

इसके लिए तत्कालीन विधायक सुनील शिंदे की समझाइश ली गई। एनसीपी में रहे सचिन अहीर को जहां शिवसेना में लाया गया, वहीं वर्ली विधानसभा क्षेत्र आदित्य ठाकरे के लिए पूरी तरह से सुरक्षित हो गया| हालांकि अब अगर वर्ली के ये दोनों प्रभावशाली नेता शिंदे गुट में शामिल हो जाते हैं तो ठाणे से मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती दे रहे आदित्य ठाकरे की मंशा पर पानी फिर सकता है| इसलिए सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या शिंदे गुट आने वाले समय में वर्ली में राजनीतिक धमाका करेगा|

आदित्य ठाकरे इन दिनों नासिक के दौरे पर हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को विधायक पद से इस्तीफा देने और उनके खिलाफ वर्ली से चुनाव लड़ने की चुनौती दी थी। इस बयान के कुछ दिन बाद आदित्य ठाकरे ने आगे बढ़कर कहा कि वह ठाणे से एकनाथ शिंदे के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे|
मेरी चुनौती से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे डर गए थे। मैं एक और चुनौती देता हूं, आप मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दें, मैं इस्तीफा देता हूं। मैं ठाणे आता हूं। आदित्य ठाकरे ने कहा था कि हम वहीं लड़ेंगे, देखते हैं कौन जीत रहा है, एक बार और हमेशा के लिए हो जाए।
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