मुंबई। राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख आखिर किस डर से ईडी के सामने बयान देने पेश नहीं होना चाह रहे है। इससे बचने के लिए उन्होंने बांबे हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में उन्होंने मांग की है कि ईडी को निर्देश दिया जाए कि वे उनका ऑनलाईन बयान दर्ज करे। अभी तक ईडी देशमुख का बयान दर्ज करने के लिए पांच बार समन जारी कर चुकी है। देशमुख ने अपनी याचिका में कहा है कि ईडी द्वारा समय-समय पर जारी किए गए समन को रद्द किया जाए। ईडी अब तक देशमुख को पांच समन जारी कर चुकी है लेकिन देशमुख एक बार भी ईडी के कार्यालय में प्रत्यक्ष रुप से उपस्थित नहीं हुए हैं। आवेदन में देशमुख ने कहा है कि मामले से जुड़े दस्तावेज उन्हें ऑनलाइन तरीके से ईडी के सामने रखने की अनुमति दी जाए और ईडी को ऑनलाइन मेरा बयान दर्ज करने के लिए कहा जाए।
गौरतलब है कि सीबीआई द्वारा भ्रष्टाचार को लेकर देशमुख के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद ईडी ने देशमुख व उनके सहयोगियों के खिलाफ जांच शुरु की थी। ईडी के मुताबिक देशमुख ने गृहमंत्री रहते अपने पद का दुरुपयोग किया है। इसके अलावा देशमुख ने बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाझे के मार्फत बार व रेस्टोरेंट से चार करोड़ रुपए से अधिक की रकम वसूली है। नागपुर स्थित श्री साई शिक्षण संस्था के माध्यम से मनी लांड्रिग की गई है। इस संस्थान पर देशमुख के परिवार का नियंत्रण है। गौरतलब है कि इससे पहले देशमुख ने इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।जहां से देशमुख को कोई राहत नहीं मिली थी लेकिन कोर्ट ने देशमुख को अपने उपलब्ध कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल करने की छूट दी थी। ईडी ने इस मामले में देशमुख के निजी सचिव संजीव पलांडे व निजी सहायक कुंदन शिंदे को गिरफ्तार किया है। जो फिलहाल न्यायिक हिरासत में है। बता दें कि पलांडे ने भी ईडी की ओर से खुद के खिलाफ दर्ज किए गए मामले को हाईकोर्ट में याचिका दायर कर चुनौती दी है। जिस पर जल्द ही सुनवाई हो सकती है।